Mehbooba Mufti ने कहा- घाटी को खुली जेल में बदल दिया, अब और क्या बाकी है
आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत की कश्मीर में और अधिक प्रतिबंधों की चेतावनी वाले बयान पर भी रोष जताया। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि घाटी में बड़े पैमाने पर सामूहिक गिरफ्तारियां हो रही हैं। अपनी मर्जी से इंटरनेट सेवा बंद कर दी जा रही है।
जेएनएन, जम्मू : कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की सख्ती पर पीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की कश्मीर में और अधिक प्रतिबंधों की चेतावनी वाले बयान पर भी रोष जताया। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि घाटी में बड़े पैमाने पर सामूहिक गिरफ्तारियां हो रही हैं। अपनी मर्जी से इंटरनेट सेवा बंद कर दी जा रही है। कश्मीर को खुली जेल में बदल दिया गया है। अब और क्या बाकी रह गया है।
Even after turning Kashmir into an open air prison, Bipin Rawat’s statement comes as no surprise because repression is GOIs only method to deal with the situation in J&K. It also contradicts their official narrative that all is well here. https://t.co/I3UPoE5I52— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 24, 2021
उन्होंने कहा कि लोगों को तलाशी के नाम पर परेशान किया जा रहा है। बच्चों को भी नहीं छोड़ा जा रहा है। दोपहिया वाहनों को जब्त किया जा रहा है। फिर से नए सुरक्षा बंकर स्थापित किए जा रहे हैं। महबूबा ने रविवार को ट्वीट किया कि कश्मीर को खुली जेल में बदलने के बाद बिपिन रावत का बयान कोई आश्चर्यजनक नहीं है। जम्मू-कश्मीर की स्थिति से निपटने का केंद्र सरकार का दमन ही एकमात्र तरीका है। उन्होंने यह भी कहा कि रावत के बयान इस दावे का खंडन करता है कि घाटी में सब कुछ ठीक चल रहा है।
ज्ञात रहे कि रविकांड सिंह स्मृति व्याख्यान कार्यक्रम के दौरान असम में एक दिन पहले शनिवार को चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि कश्मीर में पैदा हुए हालात को देखते हुए वहां लोगों की आवाजाही की स्वतंत्रता को कुछ दिन के लिए खत्म किया जा सकता है। स्थति सामान्य होने तक कुछ सख्ती की जा सकती है। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में घाटी के मौजूदा हालात से निपटने के लिए स्थानीय नागरिकों से सहयोग करने की अपील भी की थी। रावत के बयान पर ही रविवार को महबूबा मुफ्ती ने पलटवार करते हुए कहा कि घाटी को खुली जेल में बदल दिया गया अब और क्या बाकी रह गया है।