Mehbooba Mufti की सियासी यात्रा में फिर दिखा तालिबान प्रेम, केंद्र सरकार को बोली यह बात

Mehbooba Mufti Poonch Visit महबूबा मुफ्ती राजौरी और पुंछ जिले में पांच दिन के सियासी दौरे पर पहंची हैं। इस दौरान वह कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगी। इसके बाद जम्मू पहुंचेंगी। वह मंगलवार को मुगल रोड से पुंछ पहुंचीं। इसके बाद सुरनकोट में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 07:30 AM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 12:34 PM (IST)
Mehbooba Mufti की सियासी यात्रा में फिर दिखा तालिबान प्रेम, केंद्र सरकार को बोली यह बात
सरकार को देश के हालात पर ध्यान देना चाहिए, न कि तालिबान के मामलों पर चर्चा की जाए।

पुंछ, संवाद सहयोगी : सियासत की हर चाल में मात खा रहीं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के भाषण अब तालिबान के इर्दगिर्द सिमट रहे हैं। पुंछ के सुरनकोट में सियासी दौरे पर पहुंचीं पूर्व मुख्यमंत्री एक बार फिर तालिबान का नाम लिए बगैर नहीं रह सकीं।

महबूबा मुफ्ती राजौरी और पुंछ जिले में पांच दिन के सियासी दौरे पर पहंची हैं। इस दौरान वह कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगी। इसके बाद जम्मू पहुंचेंगी। वह मंगलवार को मुगल रोड से पुंछ पहुंचीं। इसके बाद सुरनकोट में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में महबूबा अफगानिस्तान में तालिबान के सत्तासीन होने पर अपना सियासी रंग चढ़ाते हुए किसानों के प्रदर्शन को भी बीच में ले आईं।

उल्टे केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए वह बोलीं कि सरकार जनता का ध्यान भटकाने के लिए तालिबान-अफगानिस्तान को घसीट रही है। पिछले कई महीनों से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उस पर सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है। सरकार किसानों की बात क्यों नहीं कर रही है। उन्होंने तुर्रा छेड़ा कि देश के हालात ठीक नहीं हैं और सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए, न कि तालिबान के मामलों पर चर्चा की जाए।

महबूबा का कहना है कि जम्मू कश्मीर में विकास के कार्य पूरी तरह से ठप हो चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्रियों के दौरे कराकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य के लोगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

370 का फिर अलापा राग : महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर अनुच्छेद 370 समाप्त होने का रोना रोया। कहा कि हम लोग अनुच्छेद 370 की बहाली की अपनी मांग पर पूरी तरह से कायम हैं। उन्होंने कहा कि इसके समाप्त होने के बाद राज्य में बेरोजगारी बढ़ी है। लोगों को जमीनों से खदेड़ा जा रहा है। रिश्वतखोरी बढ़ी है। केंद्र सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।  

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