National Bone And Joint Day : प्राथमिक उपचार के अभाव में दम तोड़ देते हैं कई घायल घायल

जम्मू और कश्मीर आर्थोपैडिक एसोसिएशन के प्रधान डा. राजेश गुप्ता उपप्रधान डा. संजीव गुप्ता मंगलवार को आचार्य श्री चंद्र कालेज आफ मेडिकल सांइसेस में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहा कि हर वर्ष चार अगस्त को नेशनल बोन एंड ज्वाइंट डे मनाया जाता है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 07:50 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 07:50 PM (IST)
National Bone And Joint Day : प्राथमिक उपचार के अभाव में दम तोड़ देते हैं कई घायल घायल
2019 में 4 लाख 49 हजार दो सड़क दुर्घटनाओं में 1 लाख 51 हजार 113 लोगों की मौत हो गई।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : नेशनल बोन एंड ज्वाइंट डे पर इस बार डाक्टरों ने खुद की जिंदगी बचाओ, एक जिंदगी बचाओ का नारा दिया है। जम्मू और कश्मीर आर्थोपैडिक एसोसिएशन के प्रधान डा. राजेश गुप्ता, उपप्रधान डा. संजीव गुप्ता मंगलवार को आचार्य श्री चंद्र कालेज आफ मेडिकल सांइसेस में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहा कि हर वर्ष चार अगस्त को नेशनल बोन एंड ज्वाइंट डे मनाया जाता है। इसके तहत लोगों को जागरूक करने के लिए कई गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

इस बार मुख्य ध्यान सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर दिया गया है। उन्होंने कहा कि भारत सड़क दुर्घटनाओं में विश्व में नंबर एक पर है। साल 2019 में देश में 4 लाख 49 हजार दो सड़क दुर्घटनाओं में 1 लाख 51 हजार 113 लोगों की मौत हो गई। साढ़े चार लाख से अधिक लोग घायल हुए। उन्होंने कहा कि मौत का एक कारण समय पर घायलों को इलाज नहीं मिलना भी है। जम्मू-कश्मीर में भी आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। अगर घायलों को एक घंटे के भीतर प्राथमिक उपचार मिल जाता तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती है।

डाक्टरों ने कहा कि प्राथमिक उपचार कोई भी दे सकता था। भारत में अभी भी बहुत कम लोगों को प्राथमिक इलाज की जानकारी है। इस साल इंडियन आर्थोपैडिक एसोसिएशन ने एक अगस्त से सात अगस्त तक एक लाख विद्यार्थियों, पुलिस जवानों और अन्य लोगों को प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा है। एसोसिएशन से जुड़े डाक्टर आनलाइन भी प्रशिक्षण दे रहे हैं। मकसद एक ही है, हर किसी की जान बचाना। यही नहीं उन्हें अपनी हड्डियों को किस तरह से मजबूत बनाया जाए, इसके बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

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