Kashmir: पुलवामा से 45 वर्षीय व्यक्ति एक महीने से लापता, परिजनों ने पुलिस से लगाई मदद की गुहार
गुलजारपोरा में ही लकड़ी की आरा मशीन चलाने वाले मंजूर अहमद के तीन बच्चे हैं जिनमें दो बेटियां और एक बेटा शामिल है। उनकी पत्नी ने कहा कि पिछले साल कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से ही मंजूर परेशान था। कामकाज ठप हो गया था।
श्रीनगर, जेएनएन। दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा के अवंतीपोरा का रहने वाला 45 वर्षीय आरा मालिक पिछले एक महीने से लापता है। उसे तलाशने के सभी प्रयास किए जाने के बाद परिजनों ने प्रशासन व पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। अवंतीपोरा के गांव गुलजारपोरा का रहने वाला मंजूर अहमद वानी गत 25 मार्च से लापता है। उसकी पत्नी गुलशन बानो ने बताया कि जिस दिन उसका पति लापता हुआ, उस दिन उससे चार बार बात हुई। शाम के बाद उसका फोन बंद हो गया।
गुलशन बानो ने बताया कि उसका पति लकड़ी का आरा चलाता है। 25 मार्च को वह अपने काम पर गया। उस दौरान भी उसके पति ने उससे तीन बार बात की। शाम 4 बजे जब वह घर पहुंची तो उन्होंने अपने चार साल के बच्चे को घर में अकेले रोते हुए पाया। इस दौरान उसका पति घर आ जाता है। उसे यह समझ नहीं आई कि उसका पति मंजूर इस तरह बच्चे को अकेला छोड़ घर से कैसे जा सकता है। उसने तुरंत उसे फोन मिलाया। उसे उस समय राहत मिली जब मंजूर ने फोन उठाकर यह कहा कि वह किसी जरूरी काम से बाहर आया है और दस मिनट में वापस आ जाएगा। लेकिन वह कभी नहीं लौटा।
काफी देर तक जब वह वापस नहीं आया तो हमने कई बार उसका फोन लगाने की कोशिश की लेकिन वह कॉल रिसीव नहीं कर रहा था। बाद में उसका फोन बंद हो गया। तब से लेकर उसका कोई अता-पता नहीं है। हमने काफी दिनों तक उसकी तलाश की। सभी दोस्तों, रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों से पूछा लेकिन उनके बारे में किसी को कुछ भी पता नहीं था। गुलशन बानों ने बताया कि 11 अप्रैल को हमने संबंधित पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस भी अब तक उसका कोई सुराग नहीं लगा पाई है।
गुलजारपोरा में ही लकड़ी की आरा मशीन चलाने वाले मंजूर अहमद के तीन बच्चे हैं जिनमें दो बेटियां और एक बेटा शामिल है। उनकी पत्नी ने कहा कि पिछले साल कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से ही मंजूर परेशान था। कामकाज ठप हो गया था। परंतु अब स्थिति में सुधार हुआ था लेकिन हमें यह समझ में नहीं आ रहा है कि वह इस तरह अचानक से हमें क्यों छोड़कर चले गए। उन्होंने एक बार फिर अपने पति को परिवार व बच्चों का हवाला देते हुए वापस लौटने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने स्थानीय लोगों, प्रशासन व पुलिस से भी उसके पति को ढूंढने में मदद की गुहार लगाई।