Jammu : तेज हवा के साथ बारिश से बर्बाद होे गई मक्के की फसल

किसान समय-समय पर दवाओं का छिड़काव कर रहे थे। कई किसानों ने खेतों पर कीट नियंत्रण कर लिया था लेकिन बारिश ने काम बिगाड़ दिया। किसानों का कहना है कि बारिश तेज गति से आई और साथ में हवा ने काम और बिगाड़ दिया।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 06:28 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 06:28 PM (IST)
Jammu : तेज हवा के साथ बारिश से बर्बाद होे गई मक्के की फसल
जोरदार बारिश से अखनूर क्षेत्र में कई खेतों में तो फसल जमीन पर बिछ गई है।

अखनूर, संवाद सहयोगी : तेज हवा के साथ जोरदार बारिश से अखनूर क्षेत्र में मक्के की फसल कोे भारी नुकसार हुआ है। कई खेतों में तो फसल जमीन पर बिछ गई है। अगेती लगी फसल इस समय परवान पर थी। किसानों को लग रहा था कि इस बार अच्छी पैदावार मिलेगी और उनको बेहतर मुनाफा होगा, लेकिन मौसम की मार फसलों पर पड़ी है। हालांकि इससे पहले किसान मक्की की फसल पर कीट के बढ़ते हमले से निपटने में लगे हुए थे।

कीट फसलों को तबाह कर रहा था और इनसे निपटने के लिए किसान समय-समय पर दवाओं का छिड़काव कर रहे थे। कई किसानों ने खेतों पर कीट नियंत्रण कर लिया था, लेकिन बारिश ने काम बिगाड़ दिया। किसानों का कहना है कि बारिश तेज गति से आई और साथ में हवा ने काम और बिगाड़ दिया। अंबारा, कदवाल, तर्गवाल, चन्नी, मैरा मांदरेया में मक्की की फसल को जबरदस्त नुकसान पहुंचा। किसानों की मांग है कि प्रशासन कृषि विभाग की टीमाें को यहां पर सर्वेक्षण के लिए भेजे ताकि पता चल सके कि कितना नुकसान हुआ है। वहीं मुआवजे के लिए भी प्रक्रिया को शुरू किया जाए।

गांव अंबारा के हर्ष कुमार ने कहा कि कंडी क्षेत्र के किसानों को हर साल घाटा हो रहा है। कभी मौसम की मार तो कभी बीमारियों का फसलों पर हमला हो रहा है। ऐसे में किसान कहां जाएं। प्रशासन को चाहिए कि बिना देरी किए मक्के की फसल का मुआवजा किसानों को दिलाएं। उन्होंने कहा कि किसान का काम है मेहनत करना और किसान खेतों में मेहनत करता है, लेकिन उसके उत्पाद के सही दाम दिलाना और उसकी फसल को सुरक्षित करना सरकार का काम है। ठगवाल के थोड़ू राम ने कहा कि जल्दी से जल्दी मुआवजे की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए और मक्के उत्पादक किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए।

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