Jammu Kashmir: पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए इमारतों को हरा-भरा रखने बारे जागरूक किया

गवर्नमेंट कॉलेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी जम्मू (जीसीईटी) ने इमारतों को हरा भरा कैसे बनाएं विषय पर वेबिनार आयोजित किया। इसका मकसद यह था कि विद्यार्थियों को इमारतों के डिजाइन के लिए आधुनिक तकनीक बारे जानकारी दी जा सके

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 03:49 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 03:49 PM (IST)
Jammu Kashmir: पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए इमारतों को हरा-भरा रखने बारे जागरूक किया
इमारतों को हरा भरा रखने के लिए डिजाइन इस तरह से किया जाता है ताकि बिजली की खपत कम हो।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । गवर्नमेंट कॉलेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी जम्मू (जीसीईटी) ने इमारतों को हरा भरा कैसे बनाएं विषय पर वेबिनार आयोजित किया। इसका मकसद यह था कि विद्यार्थियों को इमारतों के डिजाइन के लिए आधुनिक तकनीक बारे जानकारी दी जा सके और यह बताया जाए कि पर्यावरण के संरक्षण का ध्यान रखते हुए इमारतों को हरा भरा कैसे बनाया जा सके।

आर्किटेक्ट जीत कुमार गुप्ता जो आईजीबीसी, चैप्टर चंडीगढ़ के चेयरमैन हैं, ने बतौर विशेषज्ञ इमारतों को हरा भरा रखने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जलवायु, सूरज और हवा के रुख, इमारतों की योजना, डिजाइन, मेटेरियल और तकनीक जैसी चीजें इसमें शामिल है। उन्होंने कहा कि इमारतों को हरा भरा रखने के लिए उसका डिजाइन इस तरह से किया जाता है ताकि बिजली की खपत कम हो।

50 फीसद ऊर्जा की बचत कर सकते हैं

हम पचास फीसद ऊर्जा की बचत कर सकते हैं। चालीस फीसद पानी और कार्बन गैस मुक्त वातावरण कायम कर सकते है। संतुलित विकास के लिए जरूरी है कि हम इमारतों का डिजाइन इस तरह से करें जिससे हरियाली भरा वातावरण हो। उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज से कहा कि वह कैंपस में भी इस रणनीति को लागू करें और पूरे क्षेत्र के लिए एक रोड मॉडल बनाएं। उन्होंने कहा कि आपके स्कूल आफ इंजीनियरिंग में हरी भरी इमारतें एक आवश्यक विषय होना चाहिए ताकि विद्यार्थियों को हरा भरा वातावरण रखने के लिए जागरूकता लाई जा सके।

पर्यावरण का संरक्षण करना हम सब का फर्ज है

इंजीनियरिंग कॉलेज में सिविल विभाग के एचओडी डा. संजीव कुमार गुप्ता ने जीसीईटी कैंपस की एक इमारत को हरा भरा बनाने के लिए काम करने की बात कही। उन्होंने कि पर्यावरण का संरक्षण करना हम सब का फर्ज है। कॉलेज की प्रिंसिपल डा. समेरू शर्मा ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से विद्यार्थियों को काफी कुछ सीखने का मौका मिलता है।

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