Awaam Ki Aawaz : उपराज्यपाल बोले- शहीदों की कुर्बानियों की बदौलत शान से लहरा रहा तिरंगा
मिशन यूथ के तहत 400 डेंटल सर्जनों और 800 पैरामेडिकल कर्मियों को क्लीनिक खोलने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। बांबे स्टाक एक्सचेंज के सहयोग से पांच हजार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक महीने के दौरान छह हजार सुझाव आए हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल ने कारगिल विजय दिवस का जिक्र करते हुए देश की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि मैं मातृभूमि की रक्षा करने वाले वीर जवानों को नमन करता हूं और शहीदों के परिवार के हौसले को सलाम करता हूं। आज अगर जम्मू कश्मीर में शान से तिरंगा फहरा रहा है और जम्मू कश्मीर खुशहाली के नए अध्याय में प्रवेश कर रहा है तो ये हमारे जवानों की बहादुरी के कारण। रेडियो कार्यक्रम अवाम की आवाज कार्यक्रम के चौथे एपिसोड में उपराज्यपाल ने जम्मू कश्मीर के युवाओं, सरकार के विकास के एजेंडा, नीतियों, कृषि, पर्यटन, शिक्षा पर बात की।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और सरकार उन्हें नई राह दिखा रही है। कई ऐतिहासिक फैसले किए गए हैं। पंचायतों में युवा क्लब स्थापित किए गए हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि 25 हजार युवा लड़के और लड़कियाें को विभिन्न सांस्कृतिक, खेल, कौशल विकास, सामुदायिक कार्यक्रमों के साथ जोड़ा जाएगा। जम्मू-कश्मीर स्पोर्ट्स काउंसिल चार पांच खेल गतिविधियां नियमित तौर पर करवा रही है। उन्होंने सरकार की परवाज योजना का जिक्र करते हुए कहा कि सिविल सर्विस और प्रतिस्पर्धा की अन्य परीक्षाओं के लिए कोचिंग दी जा रही है।
मिशन यूथ के तहत 400 डेंटल सर्जनों और 800 पैरामेडिकल कर्मियों को क्लीनिक खोलने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। बांबे स्टाक एक्सचेंज के सहयोग से पांच हजार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक महीने के दौरान छह हजार सुझाव आए हैं। सरकार जन भागीदारी बढ़कर विकास के एजेंडा पर काम कर रही है। शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए आए सुझावों का जिक्र करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि हम कौशल और उद्यमी विकास को बढ़ावा दे रहे हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार के साथ जम्मू कश्मीर सरकार नई शिक्षा नीति पर भी काम कर रही है।
रोजगार में मददगार कोर्स पाठ्यक्रम में शामिल किए जाएंगे : उपराज्यपाल ने कहा कि पाठ्यक्रम में रोजगार के लिए मददगार साबित होने वाले कोर्स शुरू किए जाएंगे। खेलों को बढ़ावा देने के लिए आए सुझावों का जिक्र करते हुए कहा कि विभिन्न खेलों में 17 राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं करवाई जाएगी, जिसमें देशभर के बारह हजार खिलाड़ी भाग लेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग की उपलब्धियों पर उपराज्यपाल ने कहा कि निशिता कार्यक्रम के तहत 80,600 अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया है।
अध्यापकों की शैक्षणिक सुधार कमेटी का गठन किया गया है ताकि अध्यापकों में सशक्तिकरण की भावना लाई जाए और विद्यार्थियों का पंजीकरण बढ़ाया जाए। सामाजिक व आर्थिक विकास लोगों तक पहुंचाने के लिए काम हो रहा है। पिछले दिनों हुई भारी बारिश का जिक्र करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि शहरों व गांवों में प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और आम लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
स्कूलों में माइक्रोबायोलॉजी विषय शुरू किए जाने का सुझाव : इस बीच बडगाम के इरफान अहमद भट्ट और मोहम्मद मोहसिन ने स्कूलों में ग्रामीण विकास और माइक्रोबायोलॉजी विषय शुरू किए जाने का सुझाव दिया। बांडीपोरा के अंतरराष्ट्रीय ताइक्वाडों खिलाड़ी शेख अदनान फियाज ने सुझाव दिया कि बैक टू विलेज की तर्ज पर खेल अधिकारियों को ब्लाक में जाकर खिलाड़ियों से रूबरू होना चाहिए और उनकी समस्याओं को सुनना चाहिए। डोडा के नरिंद्र स्वामी, कुलगाम के अमित, अबीदा हसन, बारामुला के ओवेस अहमद, पुंछ के जावेद इकबाल ने वोकेशनल अध्यापकों और सीजनल अध्यापकों की सेवाएं उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया।