कश्मीर में 200 आतंकी सक्रिय, साल के अंत तक मारे-पकड़े जाएंगे : लेफ्टिनेंट जनरल पांडेय

सेना की 15 काेर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने वीरवार को कश्मीर में आतंकी हिंसा के लिए पाकिस्तान को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस समय भी वादी में करीब 200 आतंकी सक्रिय हैं। यह भी जल्द मारे जाएंगे या पकड़े जाएंगे।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 04:09 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 04:09 PM (IST)
कश्मीर में 200 आतंकी सक्रिय, साल के अंत तक मारे-पकड़े जाएंगे : लेफ्टिनेंट जनरल पांडेय
कोर कमांडर ने कहा कि कुछ दिनों से आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी को आतंकी हिंसा मे तेजी नहीं कह सकते।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। सेना की 15 काेर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने वीरवार को कश्मीर में आतंकी हिंसा के लिए पाकिस्तान को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस समय भी वादी में करीब 200 आतंकी सक्रिय हैं। यह भी जल्द मारे जाएंगे या पकड़े जाएंगे। मुझे उम्मीद है कि इस साल के अंत तक हम इनकी संख्या नाममात्र तक पहुंचाने में कामयाब रहेंगे। उन्होंने आतंकी हिंसा में लगातार कमी का दावा करते हुए कहा कि कश्मीर में हालात अब सामान्य होने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

आज उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में आर्मी गुडविल स्कूल, बुदकोट में पत्रकारों से बातचीत में कोर कमांडर ने कहा कि बीते कुछ दिनों से आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी को आप आतंकी हिंसा मे तेजी नहीं कह सकते। यह हताश आतंकियों द्वारा निहत्थे नागरिकों पर पीठ से किया गया वार है। यह घटनाएं सीमा पार और वादी के भीतर सक्रिय कुछ राष्ट्रविरोधी ताकतों की सजिशों का भी तनीजा है। यह घटनाएं कश्मीर में अमन के दुश्मनों का कृत्य हैं। यह लोग नहीं चाहते कि आम कश्मीरी यहां शांति, सुरक्षा और विश्वास के माहौल में रहते हुए तरक्की करे।

उल्लेखनीय है कि आर्मी गुडविल स्कूल बुदकाेट का नाम आज बदला गया है और इसे शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा को समर्पित करते हुए इसका नाम आशुतोष आर्मी गुडविल स्कूल रखा गया है। कर्नल आशुतोष बीते साल हंदवाड़ा में एक आतंकरोधी अभियान में शहीद हुए थे। कोर कमांडर ने कहा कि कश्मीर मे हालात पहले से कहीं ज्यादा बेहतर हुए हैं। स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। आतंकियों की भर्ती और सक्रिय आतंकियों की संख्या लगातार घट रही है। हालात पूरी तरह से सुरक्षाबलों के नियंत्रण में हैं। इससे सरहद पार बैठे आतंकी सरगना और उनके संरक्षक पूरी तरह हताश हो चुके हैं। इसलिए वह कश्मीर में सक्रिय अपने बचे खुचे कैडर का मनोबल बनाए रखने और आम लाेगों के बीच डर पैदा करने के लिए कुछ सनसनीखेज आतंकी वारदातों को अंजाम देने पर तुले हुए हैं। श्रीनगर में बीते कुछ दिनाें में हुई नागरिक हत्याओं या फिर सोपोर में पुलिसदल पर हमला आतंकियों की इसी हताश का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कश्मीर में आतंकी हिंसा पाकिस्तान की देन है। पाकिस्तान ही यहां हालात बिगाड़ने में लगा हुआ है। वह दुनिया में यह साबित करना चाहता है कि कश्मीर में आतंकी हिंसा सिर्फ स्थानीय कश्मीरियों द्वारा ही फैलाई जा रही है। वह अपना यह दुष्प्रचार क्यों जारी रखे हुए है, सभी जानते हैं। सच्चाई तो यह है कि कश्मीर में आतंकी हिंसा सिर्फ पाकिस्तान द्वारा ही प्रायोजित है। यहां आतंकी पाकिस्तान के ट्रेनिंग कैंपों से ही आते हैं। कश्मीर में सक्रिय सभी आतंकी संगठनों के सरगना पाकिस्तान में ही बैठे हैं, वहां आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप भी हैं। पाकिस्तान से ही आतंकियों की फंडिंग भी होती है। यहां कई पाकिस्तानी आतंकी मारे गए हैं और पकड़े गए हैं। कुछ दिन पहले सोपोर में भी एक पाकिस्तानी आतंकी मारा गया है। पाकिस्तान और आतंकी सरगना चाहते हैं कि यहां कश्मीरी नौजवान मारा जाए और कश्मीरियों में मुख्यधारा के प्रति विमुखता की भावना पैदा हो।

लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने कहा कि हम यहां शांति और स्थिरता का वातावरण बनान के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। लोगों के जान माल सम्मान की सुरक्षा और उन्हें एक विश्वासपूर्ण माहौल उपलब्ध करवाना हामारा प्राथमिकता है। लोग आतकी हिंसा से तंग आ चुके हैं। कश्मीरियाें को पाकिस्तान के मंसूबों का पता चल चुका है। पाकिस्तान अब इंटरनेट मीडिया पर भी कश्मीरियों को गुमराह करने के लिए इस्तेामाल कर रहा है। इससे कुछ कश्मीरी युवक गुमराह भी हो जाते हैं। हम इससे निपटने की रणनीति पर भी काम कर रहे हैं। 

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