Jammu : लोअर गाडीगढ़ में नही बना पुल तो स्थानीय युवाओं ने खुद ही उठाया निर्माण का बीड़ा
स्थानीय युवा किशोर शर्मा का कहना है कि सबसे अधिक दिक्कत एसडीएम तहसील कार्यालय प्राइमरी हेल्थ सेंटर व स्कूल में आने वाले स्टाफ को वैकल्पिक मार्ग से पहुंचने में दिक्कतों का समाना करना पड़ा।सबसे ज्यादा दिक्कत कोराेना काल में वैक्सीनेशन करवाने वालों को झेलनी पड़ी।
जम्मू, जागरण संवाददता: कहावत है कि हिम्मत ए मर्दा, मदद ए खुदा, अगर हिम्मत से काम लिया जाए तो भगवान भी उसका साथ देता है।यह कहावत जम्मू से तीन किलोमीटर दूर लोअरगाडीगढ़ इलाके में चरित्रार्थ होती दिख रही है।
बीते 3 माह पहले बाढ़ में लोअरगाडीगढ़ से गुजरने वाले गंदे नाले पर बना पुल बह गया।जिसके कारण जम्मू दक्षिण की तहसील लोअर गाडीगढ़ साथ लगते क्षेत्रों से कट कर रह गई।तहसील पहुंचने का वैकल्पिक रास्ता काफी संक्रीण था, जिस कारण सब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और तहसील में काम करने पर लोगों को काफी मश्क्कत करनी पड़ती थी।
वैक्लिप मार्ग पर से केवल एक ही गाड़ी गुजरने के कारण लोगों जाम में घंटों फंसना पड़ता था।यहां तक कि एसडीएम और तहसीलदार की सरकारी वाहन भी कई बार संक्रीण मार्ग के कारण जाम में फंस कर रह गई, लेकिन प्रशासन ने गंदे नाले पर पुल बनाने के बारे में नही सोचा।ऐसे में लोअर गाडीगढ़ समाजिकस संस्था से जुड़े युवा नेता संचित रैना ने लोगों की मदद से गंदे नाले पर पुल की मरम्मत का काम का बीड़ा उठाया।लोग जुड़ते गए और कारवां बनता गया।
युवा ठेकेदार मुकेश शर्मा ने अपनी जेसीबी मशीन को इस पुल के निर्माण में देने का फैसला किया।पितांबर शर्मा का कहना है कि पुल का एक हिस्सा बाढ़ में बह जाने से तहसील में कामकाज के लिए आने वाले लोगों की दिक्कते बढ़ गई, जिसे देखते हुए क्षेत्र केे युवाओं ने स्वयं पुल का निर्माण करने का फैसला लिया। स्थानीय युवा किशोर शर्मा का कहना है कि सबसे अधिक दिक्कत एसडीएम, तहसील कार्यालय, प्राइमरी हेल्थ सेंटर व स्कूल में आने वाले स्टाफ को वैकल्पिक मार्ग से पहुंचने में दिक्कतों का समाना करना पड़ा।
सबसे ज्यादा दिक्कत कोराेना काल में वैक्सीनेशन करवाने वालों को झेलनी पड़ी।साकेत शर्मा का कहना है कि जम्मू शहर के बीच लोअर गाडीगढ़ की यह तहसील साथ लगते रोही मोड़, बाबलियाना,रोहिजाट आदि में रहने वाली लगभग 7000 की आबादी पूरी तरह से कट कर रह गई थी।पुल के निर्माण की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है।