सांबा-मानसर सड़क पर तकरीबन हर ढाबों पर धड़ल्ले से पिलाई जाती है शराब, पुलिस की नाक के नीचे अवैध धंधा

सभी ढाबों पर खास तौर पर शनिवार और रविवार के दिन दूसरे जिलों से आए हुए लोगों की काफी भीड़ रहती है। ये लोग बिना रोकटोक सड़क के किनारे बैठ कर मस्ती करते हैं। सभी ढाबे पर अपको हर समय तीन-चार टोलियां बैठी मिल जाएंगी।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 08:13 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 08:13 PM (IST)
सांबा-मानसर सड़क पर तकरीबन हर ढाबों पर धड़ल्ले से पिलाई जाती है शराब, पुलिस की नाक के नीचे अवैध धंधा
पुलिस भी उन ढाबे वालों से कुछ ले-देकर मामले को रफादफा करती आई है।

सांबा, संवाद सहयोगी : सांबा-मानसर सड़क पर कई देसी मुर्गे बनाने वाले ढाबे हैं, जहाँ पर बिना रोकटोक खुलेआम शराब पिलाई जाती है। हद तो यह है कि सारा मामला पुलिस को पता है। पुलिस भी उन ढाबे वालों से कुछ ले-देकर मामले को रफादफा करती आई है। इन सभी ढाबों पर खास तौर पर शनिवार और रविवार के दिन दूसरे जिलों से आए हुए लोगों की काफी भीड़ रहती है। ये लोग बिना रोकटोक सड़क के किनारे बैठ कर मस्ती करते हैं। सभी ढाबे पर अपको हर समय तीन-चार टोलियां बैठी मिल जाएंगी। सभी लोग बेहिचक टेबल पर शराब की बोतल रख कर मजे कर रहे होते हैं।

आपको बता दें कि वहां पर जिला पुलिस लाइन भी है और उसके आगे नड के पास एक पुलिस का नाका दिन-रात रहता है। कई बड़े अधिकारियों का भी आना-जाना होता है। उसके बावजूद ढाबे के मालिक धड़ल्ले से इस काम को अंजाम दे रहे हैं। मानो इनकी किसी का डर ही नहीं है और पुलिस भी आज तक इनपर कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। मानसर और सुरिंसर पर्यटन स्थल पर भी अब काफी भीड़ होती है और तकरीबन पर्यटक भी इसी रास्ते का ज्यादातर इस्तेमाल करते हैं।

स्थानीय पंचायत केहली मंडी के सरपंच रविंदर सिंह लबलू ने बताया कि हमने पहले एक बार यह मामला जिला पुलिस प्रशासन के समक्ष रखा था तो थोड़ा अंकुश जरूर लगा था, परंतु आज दोबारा वही मंजर देखने को मिलता है। इससे हमारे युवाओं पर भी खासा असर पड़ता है, क्योंकि हम लोग युवाओं को नशे के प्रति हमेशा जागरूक करते आए हैं कि हमारे युवा नशे से दूर रहे। सांबा शहर में पहले से कई शराब की दुकानें चल रही हैं। हमारे कई लोग आगे ही इस लत के आदी हैं। हमारी पुलिस प्रशासन से यही मांग है कि इस अवैध धंधे को जल्द से जल्द रोका जाए।

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