हर वार्ड में लगेंगे दो हेल्पर व एक लाइनमैन, रोशन रहेंगी गलियां

अंचल ¨सह, जम्मू शहर की गलियों में पसरे रहने वाले अंधेरे से जल्द लोगों को निजात मिल जाएगी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 06:00 AM (IST)
हर वार्ड में लगेंगे दो हेल्पर व एक लाइनमैन, रोशन रहेंगी गलियां
हर वार्ड में लगेंगे दो हेल्पर व एक लाइनमैन, रोशन रहेंगी गलियां

अंचल ¨सह, जम्मू

शहर की गलियों में पसरे रहने वाले अंधेरे से जल्द लोगों को निजात मिल जाएगी। इससे चोरी की वारदात का खतरा कम होगा। सड़क के गड्ढों, नालियों में गिरने का डर भी नहीं रहेगा क्योंकि जम्मू नगर निगम शहर के हर वार्ड में एक लाइनमैन और दो हेल्पर तैनात करने जा रहा है। यह लाइनमैन हर स्ट्रीट लाइट को ठीक करेगा। कोई भी स्ट्रीट लाइट बंद नहीं रहेगी। इतना ही नहीं अतिरिक्त स्ट्रीट लाइटें भी मुहैया करवाई जाएंगी।

वर्ष 2010 के बाद हुए चुनाव के बाद हाउस की बैठक में ही शहर की स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने का फैसला लिया गया। मेयर ने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए पहली किश्त में हर कॉरपोरेटर को 10 लाइटें दीं। हालांकि इसे लेकर काफी शोर-शराबा हो रहा है लेकिन घोषणा कर दी गई है कि इनकी संख्या बढ़ा दी जाएगी। किसी भी वार्ड में लाइटों की कमी नहीं रहने दी जाएगी। दूसरी जनरल हाउस की बैठक में म्यूनिसिपल कमिश्नर ने स्वयं एक प्रस्ताव लाते हुए उसे पारित करवाया। इसके तहत अब हर वार्ड में तैनात करने के लिए लाइनमैन और हेल्पर रखे जाएंगे। मौजूदा समय में नगर निगम के पास सिर्फ 17 लाइनमैन हैं जबकि एक भी जूनियर इंजीनियर नहीं। शहर के 75 वार्डो की देखरेख मात्र एक असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर कर रहा है।

यही वजह है कि शहर के मुहल्लों में अधिकतर स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हुई हैं। इन्हें ठीक करवाने को लेकर लाइनमैन और निगम के अन्य कर्मियों के साथ कई बार वार्ड वासियों की कहासुनी हो चुकी है। हालत यह है कि जो 17 लाइनमैन तैनात किए गए हैं, उनमें भी सिर्फ सात ही स्थायी हैं। शेष दस को कांट्रैक्ट पर लगाया गया है। शहर के 75 वार्डो में कम से कम पांच जूनियर इंजीनियरों की जरूरत है। इसके विपरीत निगम की इस सेक्शन में भी एक भी नहीं। वहीं, फोरमैन का पद भी यहां नहीं है। सरकारी उदासीनता का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि निगम की इस इलेक्ट्रिक ¨वग में दो एईई के पद अभी भी रिक्त पड़े हुए हैं। मात्र एक एईई काम कर रहा है। बात यहीं समाप्त नहीं हो जाती, निगम में कम से कम 85 हेल्परों की जरूरत है और यहां मात्र 47 से काम चलाया जा रहा है। यही कारण है कि अधिकतर मुहल्ले आज भी शाम ढलते ही अंधेरे में खोने लगते हैं।

इन सारी मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए निगम अब 15 लाइनमैन और 25 हेल्पर ठेके पर तैनात करने जा रहा है।

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निगम की इलेक्ट्रिक डिवीजन

नगर निगम की इलेक्ट्रिक डिवीजन वर्ष 2006-07 में बनाई गई। एग्जीक्यूटिव इंजीनियर की अध्यक्षता वाली इस डिवीजन में अब दो सब-डिवीजन हैं। इनमें से एक नगर निगम अधीनस्थ ओल्ड सिटी से जानीपुर, सिदड़ा, बख्शी नगर देखती है जबकि गांधीनगर, शास्त्री नगर, गंग्याल, डिग्याना से सतवारी व साथ लगते क्षेत्र दूसरी सब डिवीजन के अधीन आते हैं। इसका काम सभी स्ट्रीट लाइटों, शहर में लगे वाटर कूलरों, चौक-चौराहों में लगी हाईमास्ट लाइटों की देखरेख करना रहता है। इसके अलावा नगर निगम की इमारतों, दफ्तरों में बिजली संबंधी काम भी यही सेक्शन देखती है।

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शहर में 39 हजार स्ट्रीट लाइटें

निगम अधीनस्थ क्षेत्रों में अभी तक करीब 39 हजार स्ट्रीट लाइटें लगी हैं। इसके अलावा निगम ने शहर में 316 वाटर कूलर भी लगाए हैं। इसके अलावा शहर में 254 स्थानों पर हाईमास्ट लाइटों को नगर निगम ने लगाया है। मौजूदा समय में बहुत से वाटर कूलर, स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं। इन्हें ठीक करवाया जा रहा है।

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---वर्जन--

मंदिरों के शहर में कहीं अंधेरा नहीं दिखना चाहिए। इसके लिए हम गलियों में लगी हरेक स्ट्रीट लाइट को रोशन करेंगे। इसमें हमें फिलहाल दिक्कतें आ रही थीं। स्टाफ की कमी थी। इसे दूसरे करने के लिए हम हरेक वार्ड में एक लाइनमैन, दो हेल्पर लगाने जा रहे हैं। फैसला ले लिया गया है। कुछ औपचारिकताओं के साथ ही स्टाफ तैनात कर लिया जाएगा। फिर कॉरपोरेटरों को कोई शिकायत नहीं रहेगी। हर वार्ड रोशन होगी। चोरियों व शरारती तत्वों पर भी नकेल लगेगी।'

-चंद्रमोहन गुप्ता, मेयर, जम्मू

--------- -वर्जन---

हमने हरेक वार्ड में अलग-अलग लाइनमैन तैनात करने का निर्णय लिया है। जनरल हाउस में प्रस्ताव पारित करवा लिया गया है। जल्द ही 15 कुशल इलेक्ट्रिशियन/लाइनमैन और 25 श्रमिकों का अनुबध करने जा रहे हैं। इसके पुराने और नए लाइनमैन लगाते हुए हर वार्ड में स्ट्रीट लाइटों को ठीक करवा लिया जाएगा। अन्य स्टाफ की नियुक्ति के लिए सरकार को लिखा है।

-पंकज मगोत्रा, म्यूनिसिपल कमिश्नर, जम्मू

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