जम्मू-कश्मीर से जब तक हम आतंकवाद को जड़ से खत्म नहीं कर देते तब तक चैन से नहीं बैठेंगे: सिन्हा

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि अगर कोई जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश करता है तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा और हमारी ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। कहा कि नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की हत्याओं में शामिल लोग शांति के दुश्मन हैं.

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 12:58 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 01:17 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर से जब तक हम आतंकवाद को जड़ से खत्म नहीं कर देते तब तक चैन से नहीं बैठेंगे: सिन्हा
भारत और जम्मू-कश्मीर उन्हें भी करारा जवाब देने में सक्षम हैं।

जम्मू, जेएनएन : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि निर्दोष स्थानीय नागरिकों और गैर कश्मीरी श्रमिकों की हत्या मेंं जो लोग भी शामिल हैं उन्हें इस "अमानवीय कृत्यों" की भारी कीमत चुकानी होगी। प्रशासन व सुरक्षाबल तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक जम्मू-कश्मीर की धरती से आतंकवाद का सफाया नहीं हो जाता। 

पड़ोसी देश पाकिस्तान का नाम लिए बिना सिन्हा ने कहा कि अगर कोई जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश करता है, तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा। "हमारी ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।" उपराज्यपाल पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस कांपलेक्स जेवान श्रीनगर में संबोधित कर रहे थे।

सिन्हा ने कहा कि पुलिस और अन्य सुरक्षा बल शांति बनाए रखने के लिए एक सराहनीय काम कर रहे हैं। “चाहे वह कोविड महामारी से लड़ना हो, कोविड से संबंधित दिशा-निर्देश लागू करना हो, कानून व्यवस्था बनाए रखना हो या आतंकवाद से लड़ना हो, जम्मू-कश्मीर पुलिस सबसे आगे है। जम्मू-कश्मीर पुलिस न केवल प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी क्षमताओं और जिम्मेदारियों के लिए लोकप्रियता हासिल की है। उपराज्यपाल ने गर्व से कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर पुलिस का दूसरा नाम होता तो वह जिम्मेदारी होता।

कश्मीर घाटी में चिन्हित लोगों की हत्याओं में शामिल राष्ट्रविरोधी लोग शांति के दुश्मन हैं। पुलिस, अन्य सुरक्षाबल और प्रशासन किसी को भी जम्मू-कश्मीर के सदियों पुराने सांप्रदायिक ताने-बाने को नुकसान नहीं पहुंचाने देगा। जो लोग भी इन हत्याओं में शामिल हैं, उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

सिन्हा ने कश्मीर के लोगों, सामाजिक व धार्मिक संगठनों से कश्मीर में की जा रही नागरिक हत्याओं के खिलाफ आवाज उठाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि एक स्वर में नागरिकों की जघन्य और अमानवीय हत्याओं की निंदा करने से प्रशासन, पुलिस और अन्य बलों को आतंकवादियों के खिलाफ अपने अभियान को तेज करने में मदद मिलेगी। आज मैं इस मंच से घोषणा करना चाहता हूं कि प्रशासन, पुलिस और अन्य बल तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक हम जम्मू-कश्मीर की धरती से आतंकवाद को जड़ से खत्म नहीं कर देते।

पाकिस्तान का नाम लिए बिना उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास प्रक्रिया पर विराम लगाने के लिए शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने की कोशिश करने वालों को यह जानने की जरूरत है कि भारत और जम्मू-कश्मीर उन्हें भी करारा जवाब देने में सक्षम हैं। अगर कोई शांति भंग करने की कोशिश करता है, तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

जम्मू-कश्मीर पुलिस की प्रशंसा करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि पुलिस कई मोर्चों पर काम कर रही है। “जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकवाद से लड़ने में सबसे आगे रही है और उसके जवानों ने अपने खून से देश की अखंडता की रक्षा की है। मैं उन सभी पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देता हूं जो आतंकवादी हमलों में, आतंकवाद से लड़ते हुए या ड्यूटी या कार्रवाई के दौरान शहीद हुए हैं।

उन्होंने घोषणा की कि पुलिस शहीदों के बच्चों के लिए जल्द ही श्रीनगर में एक छात्रावास-सह-स्कूल की सुविधा होगी। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस जम्मू-कश्मीर में विभिन्न सामाजिक अपराधों से निपटने और लड़ने के लिए अपनी तकनीकी क्षमताओं को उन्नत कर रही है।

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