Jammu Kashmir : कृषि, पर्यावरण, इंडस्ट्री की मांग की पूर्ति के लिए विज्ञान में है शक्ति : सिन्हा

वहीं पीएमओ में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि हर क्षेत्र तकनीक पर निर्भर हो रहा है।सभी को जागरूक करने की जरूरत है। काउंसिल आफ साइंटिफिक और इंडस्ट्रियल रिसर्च के एक दिवसीय कार्यशाला का श्रीनगर के एसकेआइसीसी में उदघाटन करते हुए उन्होंने यह बात कही।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:49 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:49 AM (IST)
Jammu Kashmir : कृषि, पर्यावरण, इंडस्ट्री की मांग की पूर्ति के लिए विज्ञान में है शक्ति  : सिन्हा
डा. जितेंद्र सिंह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के बीच जम्मू-कश्मीर के विकास से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनाेज सिन्हा ने कहा कि कृषि, पर्यावरण, इंडस्ट्री में नई मांग की पूर्ति के लिए विज्ञान और नवीनीकरण में शक्ति है। तकनीक तेज के साथ आगे बढ़ रही है।

शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर श्रीनगर में जम्मू कश्मीर में विकास के लिए विज्ञान और तकनीक के नेतृत्व में सीएसआईआर के प्रयासों पर कार्यशाला के समापन समारोह को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि सीएसआईआर की तरफ से विकसित की गई तकनीक का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में किया जाएगा।

उन्होंने विशेषज्ञों से कहा कि वे जम्मू कश्मीर में कृषि, ढांचागत, वेस्ट प्रबंधन, शहरी योजना, जलवायु परिवर्तन समेत अन्य चुनौतियों का सामना करने के लिए कार्य करें।

हर क्षेत्र तकनीक पर निर्भर : पीएमओ में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि हर क्षेत्र तकनीक पर निर्भर हो रहा है।सभी को जागरूक करने की जरूरत है। काउंसिल आफ साइंटिफिक और इंडस्ट्रियल रिसर्च के एक दिवसीय कार्यशाला का श्रीनगर के एसकेआइसीसी में उदघाटन करते हुए उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि सांइस और प्रोद्यौगिकी पीएम मोदी का प्राथिमकता का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में बहुत बदलाव आया है।

उन्होंने कहा कि हमें तकनीक के अनुरूप हमने आप को बदलना होगा।उन्होंने कहा कि भारत तकनीक के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बनने केलिए बाध्य है।भारत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भी कई विकसित देशों से आगे है।डायरेक्टर जनरल सीएसआईआर डा. शेखर सी मांडे ने सीएसआईआर की सफलता की कहानी बताई। वहीं डा. जितेंद्र सिंह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के बीच भी मुलाकात हुई जिसमें जम्मू-कश्मीर के विकास से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

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