Jammu Kashmir : हिंसा के लिए उकसाने वालों को पता होना चाहिए दिल्ली में सरकार किसकी: सिन्हा

उपराज्यपाल ने कहा कि गृह मंत्री ने हमें सुरक्षा बैठक में आश्वस्त किया है के प्रदेश के सवा सौ करोड़ लोगों के जीवन और संपत्तियों की रक्षा करना हमारा प्रमुख कर्तव्य और जिम्मेदारी है। विशेष रूप से जम्मू कश्मीर के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाएगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 08:43 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:43 AM (IST)
Jammu Kashmir : हिंसा के लिए उकसाने वालों को पता होना चाहिए दिल्ली में सरकार किसकी: सिन्हा
जम्मू कश्मीर के दौरे के दूसरे दिन शाह रविवार को जम्मू में थे।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि कुछ लोग हिंसा के लिए कश्मीर के लोगों के बीच भावनाओं को भड़काने की साजिश कर रहे हैं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि उन्हें पता होना चाहिए कि दिल्ली में किसकी सरकार है और देश के गृह मंत्री कौन हैं।  हिंसा के लिए उकसाने वालों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार शांति खरीदने में नहीं, बल्कि जमीन पर शांति स्थापित करने में दृढ़ विश्वास रखती है। सरकार सुनिश्चित करेगी कि जम्मू कश्मीर में लोगों का जीवन सुरक्षित रहे।

जम्मू के भगवती नगर में गृह मंत्री अमित शाह के साथ जनसभा में उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि पहले कश्मीरी विस्थापित हिंदुओं को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा है। अब प्रदेश प्रशासन ने उनकी समस्याओं के समाधान के लिए आनलाइन पोर्टल लांच किया है। इसपर हमें 6,000 शिकायतें मिली हैं। इनमें से 2,000 का समाधान किया गया है। बाकी भी हल की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद जम्मू कश्मीर में गोरखा समाज, वाल्मीकि और महिलाओं को न्याय मिला है। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के दौरे के दूसरे दिन शाह रविवार को जम्मू में थे।

प्रदेश के लोगों की सुरक्षा प्रमुख कर्तव्य : उपराज्यपाल ने कहा कि गृह मंत्री ने हमें सुरक्षा बैठक में आश्वस्त किया है के प्रदेश के सवा सौ करोड़ लोगों के जीवन और संपत्तियों की रक्षा करना हमारा प्रमुख कर्तव्य और जिम्मेदारी है। विशेष रूप से जम्मू कश्मीर के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाएगा। उन्होंने अक्टूबर में कश्मीर में 11 आम लोगों की हत्या का भी जिक्र किया, जिसमें दूसरे राज्यों के पांच प्रवासी श्रमिक शामिल हैं।

370 को हटाकर जम्मू कश्मीर में नाइंसाफी दूर हुई : जितेंद्र

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पांच अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने ऐतिहासिक फैसला करके भेदभाव और नाइंसाफी को दूर किया है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश के गृह मंत्री सरदार पटेल नहीं होते भारत का नक्शा कुछ और ही होता। जब कबायलियों ने कश्मीर में हमला किया तो पटेल ने सेना भेजी थी। जम्मू के भगवती नगर में रैली में डोगरी में भाषण देते उन्होंने कहा कि 70 साल के बाद नरेन्द्र मोदी और अमित शाह ने अधूरे पड़े कार्य को पूरा किया। अनुच्छेद 370 को समाप्त करके जम्मू कश्मीर को नई दिशा दी और नई व्यवस्था लागू की। प्रधानमंत्री ने जब कश्मीर में 2014 में बाढ़ आई तो उस समय उन्होंने दिवाली कश्मीर के लोगों के साथ मनाई। प्रधानमंत्री ने दिल की दूरी पूरी की।  

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