'लद्दाख के रक्षक' को आर्मी कमांडर ने दी श्रद्धांजलि

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By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Apr 2019 03:04 AM (IST) Updated:Tue, 23 Apr 2019 06:58 AM (IST)
'लद्दाख के रक्षक' को आर्मी कमांडर ने दी श्रद्धांजलि
'लद्दाख के रक्षक' को आर्मी कमांडर ने दी श्रद्धांजलि

राज्य ब्यूरो, जम्मू : सेना की उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने सोमवार को लद्दाख का दौरा कर महावीर चक्र विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल खुशहाल चंद को श्रद्धांजलि दी। सेना की 2 डोगरा रेजीमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल खुशहाल चंद ने सिर्फ एक सैनिक के साथ वर्ष 1948 में पाकिस्तान सेना को चौबीस घंटे तक आगे बढ़ने से रोका था। इस दौरान उन्होंने खाल्तसे पुल का जला दिया, जिससे दुश्मन एक हफ्ते तक आगे बढ़ने से रुक गया। उन्हें बहादुरी के लिए महावीर चक्र के साथ 'लद्दाख के रक्षक' का खिताब भी मिला।

सेना वर्ष 2019 को 'शहीदों के परिजनों' के वर्ष के रूप में मना रही है। ऐसे में लेह में आयोजित कार्यक्रम में आर्मी कमांडर के साथ आवा की क्षेत्रीय प्रधान कल्पना सिह धात भी मौजूद थीं। कार्यक्रम में सेना के कई वीरों के परिजन भी मौजूद थे। आर्मी कमांडर शाम को लद्दाख के वीरों को समर्पित हॉल ऑफ फेम भी गए। हॉल ऑफ फेम सात परमवीर चक्र विजेताओं सहित 42 पदक विजेताओं के स्मृति चिन्ह उनकी बहादुरी की याद दिलाते हैं।

हॉल ऑफ फेम के लिए लेफ्टिनेंट कर्नल खुशहाल चंद के बेटी और बेटों ने पिता के असली महावीर चक्र, अन्य मैडल, रैंक, वर्दी भेंट की। वहीं युद्ध में सेना को सहयोग देने वाले लेह के सोनम आंगचुक के पुत्र शेवांग रबस्तान ने पिता को 2/8 ग्रेनेडियर्स के महावीर चक्र विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल पृथ्वी चंद द्वारा पिता को लिखा गया पत्र भेंट किया। आर्मी कमांडर ने परिजनों को सौंपे गए सामान की प्रतिकृति भेंट की।

इसी बीच आर्मी कमांडर ने लेह दौरे के दौरान क्षेत्र के सुरक्षा हालात का भी जायजा लिया। उन्होंने वहां तैनात सेना के जवानों का हौंसला भी बढ़ाया। इस दौरान आर्मी कमांडर ने शहीदों की याद में बने वार मेमोरियल में सलामी भी दी। उनके साथ इस मौके पर सेना की 14 कोर के कोर कमांडर सहित अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

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