लेह के राजनीतिक दलों, धार्मिक संगठनों ने की हिल काउंसिल चुनाव के बहिष्कार की घोषणा

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में भूमि नौकरियों के अधिकार मूल निवासियों तक सीमित रखने की मांग को लेकर एक मंच पर आए राजनीतिक धार्मिक सामाजिक दलों ने लेह हिल काउंसिल के चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की है। ये दल नही चाहते हैं कि डोमिसाइल से लद्दाख की विशिष्ट पहचान प्रभावित हो।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 01:30 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 01:30 AM (IST)
लेह के राजनीतिक दलों, धार्मिक संगठनों ने की हिल काउंसिल चुनाव के बहिष्कार की घोषणा
लेह के राजनीतिक दलों, धार्मिक संगठनों ने की हिल काउंसिल चुनाव के बहिष्कार की घोषणा

राज्य ब्यूरो, जम्मू : केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में भूमि, नौकरियों के अधिकार मूल निवासियों तक सीमित रखने की मांग को लेकर एक मंच पर आए राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक दलों ने लेह हिल काउंसिल के चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की है। ये दल नही चाहते हैं कि डोमिसाइल से लद्दाख की विशिष्ट पहचान प्रभावित हो।

मंगलवार को लेह के कई नेताओं, धार्मिक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने संयुक्त बयान में चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर दी। एकजुट हुए इन संगठनों की मांग है कि केंद्र सरकार संविधान के छठे शेडयूल के तहत लद्दाख्यिों के हितों के संरक्षण की दिशा में जल्द फैसला करे। लेह में काउंसिल के चुनाव 16 अक्टूबर को होने हैं। ऐसे में अगर भाजपा के खिलाफ चुनाव में कोई दल नहीं आता है तो चुनाव बेमानी हो जाएगा।

चुनाव बहिष्कार के फैसले पर हस्ताक्षर करने वालों में पूर्व सांसद थिक्से रिनपौचे, भाजपा छोड़ चुके पूर्व सांसद थुप्सतन छिवांग, भाजपा के पूर्व मंत्री छीरिग दोरजे, लद्दाख कांग्रेस के प्रधान नवांग रिगजिन जोरा, भाजपा के लेह जिला प्रधान नवांग समस्तान, आम आदमी प्रधान के लद्दाख प्रधान टी फुंत्योग व कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले लेह हिल काउंसिल के पूर्व चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिल रिगजिन स्पालबार मुख्य हैं। उनके साथ लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन, लद्दाख गोंपा एसोसिएशन, अंजुमन मोएन-उल-इस्लाम, अंजुमन इमामिया क्रिश्चियन समुदाय ने भी चुनाव बहिष्कार के फैसले को समर्थन दिया है।

लद्दाख के ये कद्दावर नेता इस समय क्षेत्र के लोगों के हितों के लिए एक मंच पर हैं। उनकी मुहिम जोर पकड़ रही है। इन नेताओं का कहना है कि यह जरूरी है कि लद्दाख के लोग अपनी विशिष्ट पहचान बनाए रखने के लिए एकजुट रहे। वहीं दूसरी ओर भाजपा की भी कोशिश है कि इस मुद्दे को लेकर लद्दाख में कोई आंदोलन होने से पहले मांग पूरी हो जाए। लद्दाख भाजपा ने पार्टी हाईकमान को हालात से अवगत करवा दिया है। उनकी पूरी कोशिश है कि हाईकमान कोई ऐसी कार्रवाई करे जिससे लद्दाख के निवासियों की उम्मीदें पूरी हो जाएं। ऐसे हालात में चुनाव बहिष्कार की मांग का अन्य दलों के साथ लेह भाजपा प्रधान ने भी समर्थन किया है।

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