आइआइएम की समिट में विद्यार्थियों को सिखाए लीडरशिप के गुर
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट (आइआइएम) जम्मू में आयोजित दो दिवसीय समिट के पहले दिन विद्यार्थियों को लीडरशिप के गुर बताए गए। इस समिट का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करने के बाद सरस्वती वंदना के साथ हुआ। डा. मुकबिल बुरहान ने समिट के विषय पर प्रकाश डाला। इस समिट का आयोजन आनलाइन किया जा रहा है जिसमें डायरेक्टर आइआइएम जम्मू प्रो. बीएस सहाय ने मेहमानों का स्वागत किया।
जागरण संवाददाता, जम्मू : इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट (आइआइएम) जम्मू में आयोजित दो दिवसीय समिट के पहले दिन विद्यार्थियों को लीडरशिप के गुर बताए गए। इस समिट का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करने के बाद सरस्वती वंदना के साथ हुआ। डा. मुकबिल बुरहान ने समिट के विषय पर प्रकाश डाला।
इस समिट का आयोजन आनलाइन किया जा रहा है, जिसमें डायरेक्टर आइआइएम जम्मू प्रो. बीएस सहाय ने मेहमानों का स्वागत किया। समिट के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता नोबेल लॉरेट 2006 और मुख्य अतिथि प्रो. मोहम्मद युनूस और डा. शालिनी लाल संस्थापक इनफिनिटी ने की। वहीं डा. शालिनी ने कई दिलचस्प कहानियों के माध्यम से विद्यार्थियों को नेतृत्व क्षमता के बारे में बताया और उन्हें अच्छे लीडर के गुर बताए। वहीं प्रो. जाबेर अली ने आइआइएम जम्मू की प्लेसमेंट के बारे में जानकारी दी। समिट में मुख्य अतिथि प्रो. मोहम्मद युनूस ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों से पीछे न मुड़ने और खुद को विश्व में स्थापित करने का पाठ पढ़ाया। उन्होंने युवाओं से उद्यमी बनने पर बल दिया। समिट का विषय संकटों पर विजय: प्रतिमानों को पार कर आगे बढ़ना है, रखा गया है, ताकि भावी नेताओं को गंभीर संकटों के लिए तैयार कर आत्मनिर्भर राष्ट्र का निर्माण किया जा सके। इसमें साफ्टबैंक के कंट्री हेड मनोज कोहली भी मेहमान स्पीकर थे। उन्होंने भी युवाओं से बेहतर विश्व बनाने में योगदान देने की अपील की। समिट को कल्पतरू पावर ट्रांसमिशन के पूर्व एमडी रंजीत सिंह, एसर लिमिटेड के पूर्व एमडी मुकुंद वालवेकर ने भी संबोधित किया। पहले दिन के आखरी सत्र में पद़्मश्री फूलबसन बाइ यादव ने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार रखे।