Ladakh: लद्दाख सांसद जामयांग बोले- लेह हिल काउंसिल चुनाव में भाजपा की जीत गुपकार प्रस्ताव के मुंह पर थप्पड़

वहीं दूसरी ओर जम्मू संभाग में भी भाजपा व सहयोगी संगठनों ने गुपकार प्रस्ताव की पैरवी करने वाले नेशनल कांफ्रेंस पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी व अन्य सहयोगी दलों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। कांग्रेस भी कश्मीर के दलों के गुपकार प्रस्ताव का विरोध कर रही है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 01:11 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 01:11 PM (IST)
Ladakh: लद्दाख सांसद जामयांग बोले- लेह हिल काउंसिल चुनाव में भाजपा की जीत गुपकार प्रस्ताव के मुंह पर थप्पड़
अनुच्छेद-370 खत्म कर केंद्र का लद्दाख के लोगों की उम्मीदों का पूरा करना चुनाव में भाजपा का मुख्य मुद्दा था।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर में 5 अगस्त 2019 के पहले के हालात बहाल करने की पैरवी करने वाले कश्मीर केंद्रित दलों के गुपकार प्रस्ताव को जम्मू के साथ लद्दाख से भी कड़ा जवाब मिल रहा है।

लद्दाख के भाजपा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने लेह हिल काउंसिल में भाजपा की जीत को गुपकार प्रस्ताव के मुंह पर करारा थप्पड़ बताया है। हिल काउंसिल चुनाव में जीत के बाद इस समय भाजपा लेह में खुशियां मना रही है। भाजपा सांसद का कहना है कि अनुच्छेद 370, 35 ए के खात्मे के बाद लद्दाख के राष्ट्रवादी लोगों ने भाजपा को शानदार जीत दिलाकर अपनी सोच उजागर कर दी है। लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद भाजपा, लेह हिल काउंसिल की 26 में से 15 सीटें जीतकर इस समय अपनी काउंसिल के गठन के लिए तैयार है। अनुच्छेद 370 खत्म कर केंद्र सरकार के लद्दाख के लोगों की उम्मीदों का पूरा करना चुनाव में भाजपा का मुख्य मुद्दा था।

वहीं दूसरी ओर जम्मू संभाग में भी भाजपा व सहयोगी संगठनों ने गुपकार प्रस्ताव की पैरवी करने वाले नेशनल कांफ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी व अन्य सहयोगी दलों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। कांग्रेस भी कश्मीर के दलों के गुपकार प्रस्ताव का विरोध कर रही है। गुपकार घोषणापत्र के बाद कश्मीर केंद्रित दलों ने अनुच्छेद 370, जम्मू कश्मीर का ध्वज बहाल करने की मांग पर आंदोलन करने के लिए पीपुल्स अलायंस का गठन किया था। इसके विरोध में जम्मू में भाजपा व प्रदेश के 13 धार्मिक, सामाजिक संगठनों ने मिलकर गुपकार प्रस्ताव के खिलाफ रणनीति तय कर अपनी मुहिम को तेज कर दिया।

ऐसे हालात में गुपकार एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए महबूबा मुफ्ती के कश्मीर में तिरंगे के खिलाफ बयान देने पर जम्मू में खूब प्रतिक्रिया हुई। ऐसे में लगातार तीन दिन हाथ में तिरंगे लेकर विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जम्मू शहर के गांधीनगर में पीडीपी कार्यालय के बाहर धरने देकर महबूबा मुफ्ती का विरोध किया। वहीं पीडीपी की कश्मीर केंद्रित सोच से खुद को अलग थलग महसूस कर रहे पीडीपी की जम्मू इकाई के 3 वरिष्ठ नेताओं ने भी पीडीपी नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।  

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