Jammu : स्वच्छ जम्मू पर सफाई कर्मचारियों की कमी का ग्रहण, मेयर बोले- जल्द लगाए जाएंगे सफाई कर्मी

दो वर्षों से 600 कैजुअल सफाई कर्मचारी लगाने की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है। नतीजतन सफाई कर्मियों की कमी के चलते शहर को कचरे से निजात नहीं मिल पा रही। हालत यह है कि शहर के सभी 75 वार्डों में सफाई कर्मचारियों की कमी है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Mon, 05 Jul 2021 05:38 PM (IST) Updated:Mon, 05 Jul 2021 05:38 PM (IST)
Jammu : स्वच्छ जम्मू पर सफाई कर्मचारियों की कमी का ग्रहण, मेयर बोले- जल्द लगाए जाएंगे सफाई कर्मी
दो वर्षों से 600 कैजुअल सफाई कर्मचारी लगाने की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : स्मार्ट सिटी जम्मू में सफाई कर्मचारियों की कमी को दूर करने के प्रयास नाकाफी हैं। दो वर्षों से 600 कैजुअल सफाई कर्मचारी लगाने की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है। नतीजतन सफाई कर्मियों की कमी के चलते शहर को कचरे से निजात नहीं मिल पा रही। हालत यह है कि शहर के सभी 75 वार्डों में सफाई कर्मचारियों की कमी है।

हर वार्ड में लगभग 25 सफाई कर्मचारी दिए गए हैं जो नाकाफी हैं। वर्ष 2005 में जनरल हाउस में पारित प्रस्ताव के मुताबिक प्रत्येक 250 मतदाता पर एक सफाई कर्मचारी वार्ड में तैनात किया जाना है। इसके विपरीत वार्डों में सफाई कर्मचारी नहीं मिल सके। हालांकि मेयर ने जल्द सफाई कर्मियों को लगाए जाने की बात कही है।

2005 के बाद से शहर की आबादी भी बढ़ी। मुहल्लों में अब कम ही प्लाट होंगे जहां जगह खाली पड़ी है। अधिकतर मकान बन चुके हैं। जरूरतें बढ़ गई हैं लेकिन सफाई कर्मचारी नहीं बढ़े। वर्ष 2019 में जब नवनिर्वाचित कॉरपोरेटरों ने पहली जनरल हाउस की बैठक की, तभी से इस मसले को गंभीरता से उठाया जा रहा है। नियुक्ति करने के निर्देशों के साथ कर्मचारियों की सूचियां बनाई गईं। साक्षात्कार भी हुए। इसके बावजूद आज दिन तक इन 600 सफाई कर्मियों की भर्ती नहीं हो पाई। शहर में फिलहाल 2500 के करीब सफाई कर्मचारी काम कर रहे हैं।

जून 2018 को अधिसूचना की गई थी जारी : सरकारी गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2018 के जून माह में इन 600 कैजुअल सफाई कर्मियों को लगाने की अधिसूचना जारी की गई थी। उसकिे बाद निगम के चुनाव हुए। कॉरपोरेटर चुनकर आए। जनरल हाउस में मामला उठा। वहां से भी अनुमति मिल गई। कॉरपोरेटर ने अपने-अपने वार्ड में इन कर्मियों की जरूरत जताई। इससे पहले वर्ष 2016 में भी नगर निगम ने 600 एनजीओ सफाई कर्मियों को कैजुअल किया था। करीब 800 सफाई कर्मी अभी शेष थे। इनमें से अब 600 कर्मियों को कैजुअल करने से व्यवस्था में काफी बदलाव आएगा।

सफाई कर्मचारी रीढ़ की हड्डी : जम्मू नगर निगम में कांग्रेस के चीफ व्हिप कॉरपाेरेटर द्वारका चौधरी का कहना है कि तीन साल से यह मांग की जा रही है। तभी से इन 600 कैजुअल सफाई कर्मचारियों को लगाने की प्रक्रिया चल रही है। अफसोस की बात है कि आज तक इनकी नियुक्ति नहीं हो सकी। वार्डों में सफाई कर्मचारी बहुत कम हैं। खासकर जो नए वार्ड बने हैं, वहां गांवों जैसी हालत है। ज्यादा सफाई कर्मचारी चाहिए। कर्मचारी लगाने की जरूरत है। बिना देरी इन कर्मचारियों की नियुक्ति हो जानी चाहिए।

काम कम, बातें ज्यादा हो रहीं : कॉरपोरेटर गौरव चोपड़ा का कहना है कि भाजपा नेतृत्व वाले जम्मू नगर निगम में आम लोगों से जुड़े काम कम हो रहे हैं। दावे ज्यादा किए जाते हैं। हमें चुने हुए तीन साल होने वाले हैं। उससे भी पहले से इन 600 कैजुअल कर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। आज तक कर्मचारी नहीं लग सके। पहले सुनने में आया था कि इसमें भ्रष्टाचार था। अब निगम में पारदर्शिता है तो फिर इन कर्मचारियों के साक्षात्कार होने के बाद भी नियुक्तियां करने में देरी क्यों की जा रही है। वार्डों में सफाई कर्मी कम हैं। इनकी नियुक्ति कर इस कमी को पूरा किया जाए।

पहले सफाई देंगे तभी राजस्व मिलेगा : कॉरपोरेटर प्रीतम सिंह का कहना है कि सफाई कर्मचारी कम होने के कारण वार्डों के अधिकतर मुहल्लों में रोजाना सफाई नहीं हो पाती। लोगों से यूजर चार्ज तभी लिए जा सकते हैं जब हम उन्हें रोजाना सफाई देंगे। घरों से कचरा उठा पाएंगे। निगम राजस्व जुटाने पर तो जोर दे रहा है, लोगों को सुविधाएं देने पर नहीं। 600 कैजुअल कर्मी आज तक नहीं लग पाए। यह तो कॉरपोरेटरों ने नहीं लगाने थे। अधिकारियों को फौरन इन सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति करनी चाहिए।

जल्द इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा : मेयर चंद्र मोहन गुप्ता का कहना है कि 600 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। निगम में पिछले तीन सालों में कई अधिकारी ट्रांसफर हुए। उससे दिक्कतें हुईं। अब पद भरे जा चुके हैं। जल्द ही इन कर्मचारियों की नियुक्ति के आदेश जारी हो जाएंगे। बाकी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कुछ औपचारिकताओं को पूरा करना ही शेष रहा है। निगम शहर वासियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए वचनबद्ध है। कोई कसर शेष नहीं छोड़ी जा रही है। इन तीन वर्षों में बहुत से विकास कार्य हुए हैं।

chat bot
आपका साथी