श्रमिकों की कमी से शुरू नहीं हो पा रही धान की रोपाई
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : सही समय पर हुई बारिश से खरीफ सीजन की फसल लगाने का काम लगभग श
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : सही समय पर हुई बारिश से खरीफ सीजन की फसल लगाने का काम लगभग शुरू हो चुका है। धान की फसल को समयानुसार लगाकर सीमांत किसान अपने आप को तनावमुक्त बनाने की होड़ में हैं। कई सीमांत क्षेत्रों में धान की रोपाई का काम पूरे जोरों पर है। लेकिन अधिकांश अग्रिम सीमांत क्षेत्रों में मजदूरों की कमी से धान रोपाई पूरी तरह शुरू नहीं हो पा रही है। सब सेक्टर रामगढ़ के अग्रिम जेरडा, चमलियाल, दग-छन्नी, छन्नी फतवाल, एसएमपुर, जस्सोचक, बक्खाचक, कंदराल, नरायणपुर आदि में धान रोपाई का काम पिछड़ता जा रहा है। श्रमिक मजदूरों की मदद से मुकांम तक पहुंचाए जाने वाले धान रोपाई कार्य में हो रही देरी किसानों की ¨चता का कारण बनने लगी है। ¨चता प्रकट करते हुए किसान भीखम ¨सह, संतोख ¨सह, बिल्लु चौधरी, भगवान ¨सह, प्रीतम ¨सह, सुभाष शर्मा, जनक ¨सह भाऊ, इंद्र ¨सह ने कहा कि धान लगाने के लिए किसानों को मजदूरों की भारी जरूरत रहती है। लेकिन पिछले कुछ वर्ष से प्रवासी श्रमिक मजदूर फसली सीजन में सीमांत क्षेत्रों का रूख नहीं कर रहे। बीते रबी सीजन के समय भी सीमंात क्षेत्र के किसानों को फसल कटाई के लिए श्रमिकों की कमी का सामना करना पड़ा। वहीं, वर्तमान में धान की फसल लगाने के लिए भी श्रमिक मजदूर नहीं मिल पा रहे। किसानों ने कहा कि हर सुवह, दोपहर व शाम को किसानों के झुंड विभिन्न जिलों में स्थित रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों पर पहुंच कर श्रर्मिकों की राहें देख रहे हैं। लेकिन किसानों की उम्मीदें सिर्फ मायूसी में बदल रही हैं। किसानों का कहना है कि भारत-पाक सरहद पर हर छोटे अंतराल के बाद होने वाले संघर्ष विराम उल्लंघन का भी श्रमिकों के क्षेत्रीय आगमन पर बुरा असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। उधर सब सेक्टर के कुछ क्षेत्र जिनमें नंगा, केसो, कमोर, बरोटा आदि में किसान दिन रात धान की रोपाई के काम को मुकांम तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं। इन क्षेत्रों में प्रवासी श्रमिकों के झुंड पहुंच गए हैं, जो किसानों की फसल लगाने के लिए अपने काम को आगे बढा रहे हैं। पूर्व सरपंच नंगा बाबू शिव राम के अनुसार अग्रिम जगतपुर, माजरा व नंगा के किसान अपनी धान की फसल को लगाने में जुटे हुए हैं। प्रवासी श्रमिक भी अग्रिम खेतों में पहुंच कर धान की रोपाई कर रहे हैं। वर्तमान में इन क्षेत्रों के किसानों ने पच्चास फीसदी धान रोपाई का काम पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत-पाक सरहद पर शांति बनी रहे, ताकि सीमांत किसान अपनी फसलों को सही समय पर लगाकर उनसे बेहतर पैदावार की उम्मीद लगा सकें।