जम्मू-कश्मीर : कुलदीप राज गुप्ता बोले- पहाड़ी युवाओं को एसपीओ बनाओ, नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों की सुरक्षा को मजबूत बनाओ

कुलदीप राज गुप्ता ने कहा कि स्थानीय युवाओं को दूरदराज के ऐसे इलाकों की पूरी जानकारी हैं यहां पर आतंकवादी आकर छिपते हैं। ऐसे में वे एसपीओ बनाकर आतंकवाद के खिलाफ काम कर रहे सेना सुरक्षाबलों को पूरा सहयोग दे सकते हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 07:05 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 07:05 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर : कुलदीप राज गुप्ता बोले- पहाड़ी युवाओं को एसपीओ बनाओ, नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों की सुरक्षा को मजबूत बनाओ
कुलदीप राज गुप्ता ने कहा स्थानीय युवाओं को ऐसे इलाकों की पूरी जानकारी हैं यहां पर आतंकवादी आकर छिपते हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । भाजपा के वरिष्ठ नेता व पहाड़ी भाषी कल्याण बोर्ड के पूर्व वाइस चेयरमैन कुलदीप राज गुप्ता ने पहाड़ी युवाओं को एसपीओ बनाकर दूरदराज इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने पर जोर दिया है।

वीरवार दोपहर को जम्मू के त्रिकुटानगर स्थित पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने हुए कुलदीप राज गुप्ता ने कहा कि स्थानीय युवाओं को दूरदराज के ऐसे इलाकों की पूरी जानकारी हैं यहां पर आतंकवादी आकर छिपते हैं। ऐसे में वे एसपीओ बनाकर आतंकवाद के खिलाफ काम कर रहे सेना, सुरक्षाबलों को पूरा सहयोग दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि एसपीओ बनाए जाने की स्थिति में ये युवा नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में रक्षा की दूसरी पंक्ति बन सकते हैं। इससे सीमांत क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था और भी बेहतर हो जाएगी।

सीमांत वासियों के योगदान का हवाला देते हुए गुप्ता ने कहा कि उन्होंने हमेशा पाकिस्तान द्वारा पैदा की गई चुनौतियों का सामना कर सेना, सुरक्षाबलों को पूरा सहयाेग दिया है। उनमें कुदरती तौर पर दुश्मन को पहचानने की क्षमता है। ऐसे में एसपीओ बनकर वे सीमा पार से घुसपैठ को रोकने में भी पूरा सहयोग दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी इन पहाड़ी लोगों के लिए रोजगार के साधन नही हैं। ऐसे में एसपीओ बनाने से युवाओं को काम भी मिलेगा। पार्टी मुख्यालय में हुए इस संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के मीडिया सचिव प्रदीप महोत्रा भी मौजूद थे।

वहीं राजौरी-पुंछ जिले के लोगों के अन्य मसलों को उजागर करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि मोदी सरकार ने दूरदराज इलाकों के विकास के लिए व्यापक अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी लोग कृषि पर निर्भर हैं। खासे लोग दुग्ध उत्पादन के साथ भी जुड़े हुए हैं। ऐसे में अगर उन्हें अनुसूचित जाति दर्जा, विधानसभा में आरक्षण आदि दिए जाएं तो ये लोग राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए वरदान बनने के साथ अपने इलाकों की अर्थ व्यवस्था को बेहतर बनाने में भी योगदान दे सकते हैं।

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