Baba Amarnath Yatra 2021: इस बार अमरनाथ यात्रियों की जाएगी रेडियो-फ्रीक्वेंसी से निगरानी, जानिए क्या है इसकी वजह
वार्षिक अमरनाथ यात्रा में इस साल श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा मार्ग पर रेडियो-फ्रीक्वेंसी से उनकी निगरानी करने का फैसला लिया गया है। इसके लिए यात्रा के दोनों आधार शिविरों बालटाल व पहलगाम में आवश्यक कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे
जम्मू, जागरण संवाददाता । वार्षिक अमरनाथ यात्रा में इस साल श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा मार्ग पर रेडियो-फ्रीक्वेंसी से उनकी निगरानी करने का फैसला लिया गया है। इसके लिए यात्रा के दोनों आधार शिविरों, बालटाल व पहलगाम में आवश्यक कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे और यात्रा शुरू करने से पूर्व श्रद्धालुओं को टैग दिए जाएंगे, जिनकी मदद से उनकी यात्रा के दौरान पूरी निगरानी संभव हो पाएगी। इससे जहां श्रद्धालुओं से जुड़ी हर जानकारी का डाटा एकत्रित होगा, वहीं किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालु के मौजूदा स्थान बारे स्टीक जानकारी उपलब्ध हो पाएगी।
बुधवार को राजभवन जम्मू में उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव एवं श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव आफिसर नितेश्वर कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में उक्त जानकारी दी गई। वार्षिक अमरनाथ यात्रा 2021 की तैयारियों को लेकर आयोजित इस बैठक में बोर्ड के अधिकारी मौजूद थे जिन्होंने सीईओ नितेश्वर कुमार को श्रद्धालुओं के पंजीकरण, उनकी सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों, हेलीकाप्टर सुविधा, यात्रा मार्ग में लंगरों की व्यवस्था व पहलगाम यात्रा मार्ग पर आधार शिविरों में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए की जा रही व्यवस्था बारे विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में बोर्ड के एडिशनल सीईओ अनूप सोनी ने बताया कि पहलगाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं जुटाने के लिए विभिन्न टेंडर जारी हो चुके है और बहुत जल्द बालटाल मार्ग पर भी सुविधाएं जुटाने के लिए ऐसे टेंडर जारी किए जाएंगे। सोनी ने बताया कि जैसे ही पीडब्ल्यूडी बालटाल से और पहलगाम डेवलपमेंट अथारिटी पहलगाम की तरफ से रास्ते खोल देगी, सुविधाओं के प्रबंधों को लेकर काम शुरू हो जाएगा। सीईओ नितेश्वर कुमार ने टेंडर प्रक्रिया जल्द सम्पन्न करने का निर्देश दिया। उन्होंने यात्रा क्षेत्र में बैटरी कार चलाने की संभावनाओं को भी तलाशने का निर्देश दिया और आधार शिविरों व यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई की तरफ विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने पिट्ठू, पालकी व घोड़े वालों का समय पूर्व पंजीकरण करने, दुकानों व टेंट लगाने की समय पर अनुमति दिए जाने का भी निर्देश दिया।
ऐसे काम करती है रेडियो-फ्रीक्वेंसी
इसमें एक हैंड सेट व टैग के बीच रेडियो-फ्रीक्वेंसी से संपर्क रहता है। टैग से जो सिग्नल मिलता है, उससे उसकी दिशा, दूरी की स्टीक जानकारी मिलती है। इन दिनों ऐसे टैग का इस्तेमाल शापिंग मॉल में आम होता है। इन शापिंग मॉल में हर वस्तु पर टैग लगा रहता है जिससे वस्तुओं की चोरी रूकती है। इस तरह की तकनीक का इन दिनों कुरियर कंपनियों की ओर से भी इस्तेमाल किया जाता है जिससे वे डिलीवरी के दौरान सामान को आसानी से ट्रैक कर पाती है।