Kashmiri Pandits: विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने 10 दिनों के लिए स्थगित किया आंदोलन
Kashmiri Pandits यह एकदम जायज मांग हैं। क्योंकि महंगाई के दौर में एक विस्थापित परिवार 13 हजार रुपये की रकम से गुजारा नही कर सकता। ऐसे में उनकी मासिक राहत को बढ़ाया जाना जरूरी है। सरकार इस दिशा में फैसला ले।
जम्मू, जागरण संवाददाता: मासिक राहत में बढ़ोतरी की मांग कर सड़कों पर उतरे विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने अपना आंदोलन अगले दस दिनों तक के लिए स्थगित कर दिया है। ऐसा कोरोना के बढ़ते कदमों को लेकर किया गया है। पिछले दो सौ दिनों से यह लोग जगटी में
धरना प्रदर्शन कर रहे थे। जगटी टेनिमेंट कमेटी के प्रधान शादी लाल पंडिता का कहना है कि कोरोना को लेकर कुछ दिनों के लिए आंदोलन को रोका गया है। लेकिन इसका मतलब यह नही कि कश्मीरी पंडित पीछे हट गए हैं। केंद्र सरकार व जम्मू कश्मीर प्रशासन को एक मौका है कि वह कश्मीरी पंडितों की मांगों पर गौर फरमाए।
उन्होंने कहा कि जल्दी ही जगटी टेनिमेंट कमेटी के सदस्यों की बैठक होने जा रही है और उसमें आंदोलन के नए रुख पर चर्चा होगी। आंदोलन कुछ दिनों के लिए जरूर टला है मगर यह खत्म नही हुआ है। आरके टिक्कू ने कहा कि विस्थापित कश्मीरी पंडित मासिक राहत को 13 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये तक किए जाने की मांग कर रहे हैं।
यह एकदम जायज मांग हैं। क्योंकि महंगाई के दौर में एक विस्थापित परिवार 13 हजार रुपये की रकम से गुजारा नही कर सकता। ऐसे में उनकी मासिक राहत को बढ़ाया जाना जरूरी है। सरकार इस दिशा में फैसला ले। अगर सरकार ने मांगे नही मानी तो जल्दी ही विस्थापित कश्मीरी पंडितों का आंदोलन फिर शुरू होगा जोकि किसी अंजाम पर पहुंच कर ही संपन्न होगा।