Kashmir Situation: बंद की नाकामी से हताश आतंकी व अलगाववादी समर्थक दुकानदारों से मारपीट पर उतारु

शरारती तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा जिला प्रशासन और पुलिस स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है-जबरन बंद लागू करा रहे शरारती तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की ज

By Preeti jhaEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 09:56 AM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 09:56 AM (IST)
Kashmir Situation: बंद की नाकामी से हताश आतंकी व अलगाववादी समर्थक दुकानदारों से मारपीट पर उतारु
Kashmir Situation: बंद की नाकामी से हताश आतंकी व अलगाववादी समर्थक दुकानदारों से मारपीट पर उतारु

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में शरारती तत्वों पर सुरक्षाबलों ने नजर रखनी शुरू कर दी है। बंद की नाकामी से हताश आतंकी व अलगाववादी समर्थक दुकानदारों से मारपीट और वाहनों को नुकसान पहुंचाने पर उतारु हो चुके हैं। पिछले कुछ दिनों से हो रही घटनाओं का असर वीरवार को श्रीनगर समेत वादी के विभिन्न शहरों में नजर आया। सरकारी कार्यालय और बैंक बीते दिनों की तरह ही खुले। प्रशासन ने हालात को भांपते हुए श्रीनगर समेत पूरी वादी में सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त रखा। सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व अर्धसैनिकबलों की गश्त भी बढ़ाई गई।

जिला उपायुक्त श्रीनगर डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने विभिन्न हिस्सों का दौरा कर लोगों से बातचीत कर उनकी दिक्कतों को जाना और सुरक्षा का यकीन दिलाया। उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों को आम लोगों के जानमाल से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। जिला प्रशासन और पुलिस स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है। लोगों को डरा धमकाकर जबरन बंद लागू करा रहे शरारती तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई किसी को बंद के लिए डराता धमकाता है तो तुरंत निकटवर्ती पुलिस चौकी को सूचित किया जाए ताकि कठोर कार्रवाई की जा सके।

इस बीच, वीरवार सुबह सौरा इलाके में भी शरारती तत्वों ने कुछ ठेलेवालों के साथ मारपीट की। प्रशासन ने शरारती तत्वों को सामान्य जनजीवन में बाधा पहुंचाते देख और आतंकियों के धमकी भरे पोस्टरों के फिर जारी होने के मामलों का कड़ा संज्ञान लिया है। आतंकियों द्वारा जारी किए जा रहे धमकी भरे पोस्टरों और आम लोगों से मारपीट का असर श्रीनगर, गांदरबल, अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा व शोपियां में नजर आया। अधिकांश दुकानें और निजी प्रतिष्ठान दिनभर बंद रहे। आज सुबह भी दुकानें नहीं खुली। सड़कों पर सार्वजनिक वाहनों की संख्या नाममात्र रही। तिपहिया और निजी वाहन भी बीते दिनों की तुलना में कम थे। 

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