जम्मू के म्हाशां मुहल्ले में जगह-जगह फैले हैं कचरे के ढेर
जागरण संवाददाता जम्मू मंदिरों के शहर जम्मू के प्रसिद्ध बावे माता मंदिर के साथ लगता मुहल्ला म्
जागरण संवाददाता, जम्मू : मंदिरों के शहर जम्मू के प्रसिद्ध बावे माता मंदिर के साथ लगता मुहल्ला म्हाशां सरकार के स्वच्छ भारत अभियान पर सवाल उठा रहा है। मुहल्ले में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। रही-सही कसर गलियों की सीवरेज के लिए खोदाई ने पूरी कर दी है।
शहर के वार्ड नंबर 47, बाहुफोर्ट में बावे माता मंदिर और केबल कॉर प्रोजेक्ट के नजदीक बसे इस मुहल्ले में कोई भी मुंह पर रूमाल रखे बिना नहीं जा सकता। स्थानीय लोग तो मजबूरी में यह व्यवस्था झेल रहे हैं। केबल कॉर चौक से लेकर इस मुहल्ले तक सड़क भी चलने लायक नहीं है। मुहल्ले में तो हालत यह है कि नालियां चोक हुई पड़ी हुई हैं। म्हाशां मुहल्ले में सरकारी अनदेखी का खामियाजा भुगत रहे लोगों का कहना है कि नालियां टूटी होने के कारण निकासी नहीं होती। सफाई कर्मचारी मुहल्लों में नहीं आते। यहां ज्यादातर लोग गरीब हैं। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले हैं। शायद इसलिए कोई अधिकारी, कर्मचारी परवाह नहीं करता। इतना ही नहीं मुहल्ले में खाली पड़े स्थान पर कचरे से भरे रहते हैं। संकरी गलियां होने के कारण यहां आटो भी नहीं आता। घरों से कचरा उठाना तो दूर, मुहल्ले में गंदगी की सफाई की व्यवस्था तक नहीं बनी। मुहल्ले में बने मंदिर से लेकर बीच से बावे चौक तक आने वाली गलियां भी मुंह चिढ़ा रही हैं। लोग यहां मीडिया के सामने आने से भी कतराते हैं। स्थानीय निवासी संजय कुमार, राज कुमार, मुकेश का कहना है कि यहां कोई सफाई करने नहीं पहुंचता। नालियां कचरे से भरी पड़ी हैं। -------
छोटी गलियां होने से नहीं पहुंच पाता ऑटो
स्थानीय कॉरपोरेटर शारदा कुमारी का कहना है कि छोटी गलियां होने के कारण हर गली में आटो नहीं पहुंचता। इसलिए दिक्कतें रही हैं। सफाई कर्मचारियों को मुहल्लों में सफाई के लिए बोला जा रहा है लेकिन ज्यादा परवाह नहीं की जा रही। इस मसले को जनरल हाउस की शनिवार को होने वाली बैठक में उठाने जा रही हूं। लोग भी सहयोग करें। कम से कम अपने घरों के आसपास सफाई रखें।