JKBOSE: बारहवीं की परीक्षाओं को लेकर विद्यार्थी असमंजस में, कोरोना के चलते रोकी गई थी परीक्षाएं

विद्यार्थियों का कहना है कि उनके दो से तीन पेपर ही बचे हैं। वे उन्हें भी पढ़ना नहीं छोड़ सकते। उसके साथ कंपीटेटिव एग्जाम की तैयारी भी कर रहे हैं। उनका ध्यान एक तरफ नहीं रहता जिस कारण वह पशोपेश में हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 08:39 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 08:39 AM (IST)
JKBOSE: बारहवीं की परीक्षाओं को लेकर विद्यार्थी असमंजस में, कोरोना के चलते रोकी गई थी परीक्षाएं
बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि अभी समय परीक्षाएं लिए जाने का नहीं है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: कोरोना महामारी के चलते रोकी गई बारहवीं कक्षा की परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों में असमंजस बरकरार हो गया है। बाकी बची परीक्षाओं के शुरू होने का इंतजार कर रहे विद्यार्थियों को समझ नहीं आ रही कि वे उन विषयों को पढ़ें या अपने भविष्य को लेकर प्रोफेशनल कालेजों में दाखिले की तैयारी करें।

कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर शिक्षा बोर्ड की चल रही दसवीं की परीक्षाओं को रद कर दिया था जबकि बारहवीं की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था। यह फैसला सरकार ने पंद्रह अप्रैल को लिया था। उस दौरान कहा गया था कि बारहवीं की बाकी बची परीक्षाओं को करवाने का फैसला एक माह बाद लिया जाएगा।

वहीं पंद्रह मई को एक माह बीत जाने के बाद कोरोना के हालात पहले से ज्यादा बदतर हो गए हैं। ऐसे में न तो जेके बोर्ड और न ही प्रशासन का ध्यान अभी परीक्षाओं के आयोजन पर जा रहा है। दसवीं कक्षा के बच्चे तो अपने परिणाम का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि उनका परिणाम उनके अब तक हुए पेपरों व इंटरनल असेसमेंट के आधार पर घोषित किया जाएगा जबकि बारहवीं के विद्यार्थी असमंजस में हैं।

विद्यार्थियों का कहना है कि उनके दो से तीन पेपर ही बचे हैं। वे उन्हें भी पढ़ना नहीं छोड़ सकते। उसके साथ कंपीटेटिव एग्जाम की तैयारी भी कर रहे हैं। उनका ध्यान एक तरफ नहीं रहता जिस कारण वह पशोपेश में हैं।

बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि अभी समय परीक्षाएं लिए जाने का नहीं है। पहले स्थिति सामान्य होगी तो उसके बाद ही फैसला लिया जाएगा। इसी तरह से सीबीएसई के बारहवीं कक्षा के बच्चे भी पशोपेश में हैं। उनका अभी तक एक भी पेपर नहीं लिया जा सका था। 

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