Jammu Kashmir: जेके बैंक व पीएनबी मेटलाइफ गठबंधन के बीस साल हुए पूरे

आरके छिब्बर ने इस मौके पर कहा कि अपने ग्राहकों को वित्तीय संतुलन उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से जेके बैंक ने यह गठजोड़ किया था और पिछले दो दशकों में इस उद्देश्य को हासिल करने में काफी हद तक सफलता भी मिली है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 10:00 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 10:04 AM (IST)
Jammu Kashmir: जेके बैंक व पीएनबी मेटलाइफ गठबंधन के बीस साल हुए पूरे
बैंकों से 17.22 करोड़ रुपये ऋण दिलाया गया और इन महिलाओं ने 4.36 करोड़ रुपये की बचत की।

जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू-कश्मीर बैंक और पीएनबी मेटलाइफ के गठजोड़ के बीस साल पूरे हो गए है। बीस साल की इस जुगलबंदी पर जेके बैंक के श्रीनगर स्थित मुख्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बैंक के चेयरमैन आरके छिब्बर व पीएनबी मेटलाइफ के सीइओ आशीष कुमार के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर दोनों वित्तीय संस्थानों ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 55 करोड़ रुपये का कारोबार करने का लक्ष्य निर्धारित किया। आरके छिब्बर ने इस मौके पर कहा कि अपने ग्राहकों को वित्तीय संतुलन उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से जेके बैंक ने यह गठजोड़ किया था और पिछले दो दशकों में इस उद्देश्य को हासिल करने में काफी हद तक सफलता भी मिली है।

महिलाओं ने की चार करोड़ की बचत

जम्मू-कश्मीर रूरल लाइव्लीहुड मिशन के सहयोग से बांडीपोरा की महिलाओं ने सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर करीब चार करोड़ रुपये की बचत की है। बुधवार को मिशन डायरेक्टर डॉ. सैयद सहरीश असगर की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक में बताया गया कि जिले की 16546 महिलाओं ने 1769 सेल्फ हेल्प ग्रुप गठित किए और मिशन की ओर से इन ग्रुपों को 5.23 करोड़ रुपये की मदद दी गई। इसके अलावा इन्हें बैंकों से 17.22 करोड़ रुपये ऋण दिलाया गया और इन महिलाओं ने 4.36 करोड़ रुपये की बचत की।

चीफ जस्टिस ने किया मैगजीन का लोकार्पण

जम्मू-कश्मीर व लद्दाख हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पंकज मिथल ने बुधवार को हाईकोर्ट की श्रीनगर विंग में कोरोना महामारी के बीच अध्यात्म पर मैगजीन का लोकार्पण किया। यह मैगजीन हाईकोर्ट की अध्यात्म कमेटी द्वारा तैयार की गई है। चीफ जस्टिस ने कमेटी के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि मैगजीन में काफी लाभदायक जानकारियां है। चीफ जस्टिस ने ऑनलाइन प्रशिक्षण पर बल देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के बीच ऑनलाइन सबसे अच्छा जरिया है। उन्होंने महामारी के बीच अदालतों में केसों की ऑनलाइन सुनवाई से हुए फायदों का भी जिक्र किया। कार्यक्रम के दौरान हाईकोर्ट के जस्टिस ताशी रबस्तान, जस्टिस अली मोहम्मद मार्गे, जस्टिस संजीव कुमार व जस्टिस संजय धर मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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