Jammu: पांच अगस्त; जश्न मनाने का नहीं, संघर्ष छेड़ने का दिन है : जम्मू वेस्ट असेंबली मूवमेंट

डिम्पल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह कहते हैं कि जब उचित समय आएगा तब जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा लेकिन वो उचित समय कब आएगा? जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पूर्व राज्य का दर्जा बहाल किए जाने की मांग भी की।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:26 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 12:45 PM (IST)
Jammu: पांच अगस्त; जश्न मनाने का नहीं, संघर्ष छेड़ने का दिन है : जम्मू वेस्ट असेंबली मूवमेंट
राज्य का दर्जा छीन कर महाराजा के फैसले का भी अपमान किया है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू वेस्ट असेंबली मूवमेंट ने पांच अगस्त को जश्न के रूप में मनाने के भारतीय जनता पार्टी के आह्वान का विरोध करते हुए कहा है कि यह दिन जम्मू-कश्मीर के लिए जश्न मनाने का नहीं है, बल्कि इस दिन जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिए जाने के लिए संघर्ष को तेज किए जाने की जरूरत है।

मूवमेंट ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर के इतिहास में एक काला दिन करार देते हुए कहा कि इस दिन जम्मू-कश्मीर के दो हिस्से कर दिए गए और राज्य का दर्जा छीन लिया गया। लिहाजा इस दिन की याद में अपने अधिकार पाने के लिए जारी संघर्ष को तेज करने की जरूरत है।

जम्मू वेस्ट असेंबली मूवमेंट के प्रधान सुनील डिम्पल ने सोमवार को एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि महाराजा हरि सिंह ने जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ विलय करके एक ऐतिहासिक फैसला लिया था लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर के दो हिस्से करके व इससे राज्य का दर्जा छीन कर महाराजा के फैसले का भी अपमान किया है।

डिम्पल ने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विशेष अधिकार छीन लिए। स्थानीय युवाओं के नौकरी में प्राथमिकता का अधिकार छिन गया और इससे उनमें बेरोजगारी बढ़ रही है। डिम्पल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह कहते हैं कि जब उचित समय आएगा, तब जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा लेकिन वो उचित समय कब आएगा? सुनील डिम्पल ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पूर्व राज्य का दर्जा बहाल किए जाने की मांग भी की। 

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