स्थायी शिक्षकों की कमी को दूर करने में जम्मू विश्वविद्यालय नाकाम, कर वर्ष कर रहे हैं कांट्रेक्ट पर नियुक्तियां

विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कठुआ में विभिन्न स्ट्रीम के पद अभी भरे नहीं गए हैं। विश्वविद्यालय के कैंपस के लिए उच्च शिक्षा विभाग से कई पदों को भरने की मंजूरी नहीं मिली है। कुछ पदों को भरने की मंजूरी मिली है जिन्हें भरा जाना है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Wed, 17 Nov 2021 06:52 PM (IST) Updated:Wed, 17 Nov 2021 06:52 PM (IST)
स्थायी शिक्षकों की कमी को दूर करने में जम्मू विश्वविद्यालय नाकाम, कर वर्ष कर रहे हैं कांट्रेक्ट पर नियुक्तियां
विश्वविद्यालय के सात कैंपस में तो अधिकतर कांट्रेक्ट पर ही होती हैं नियुक्तियां।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू विश्वविद्यालय में स्थायी शिक्षकों की कमी अभी भी दूर नहीं हुई। हर साल अधिकतर विभागों में कांट्रेक्ट पर नियुक्तियां की जाती हैं।इस बार भी 100 से अधिक असिस्टेंट प्रोफेसर, टीचिंग सहायक, लेक्चर नियुक्त किए जा रहे हैं। अधिकतर पदों के लिए साक्षात्कार हो चुके हैं। स्थायी पद भरने में विश्वविद्यालय प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। विशेषकर विश्वविद्यालय के सात कैंपस में तो अधिकतर कांट्रेक्ट पर ही होती हैं नियुक्तियां।

विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कठुआ में विभिन्न स्ट्रीम के पद अभी भरे नहीं गए हैं। विश्वविद्यालय के कैंपस के लिए उच्च शिक्षा विभाग से कई पदों को भरने की मंजूरी नहीं मिली है। कुछ पदों को भरने की मंजूरी मिली है जिन्हें भरा जाना है। जम्मू विश्वविद्यालय के सात कैंपस है जिसमें भद्रवाह, कठुआ, ऊधमपुर, रामनगर, रियासी, पुंछ, किश्तवाड़ शामिल हैं।

विश्वविद्यालय में कई विभागों में प्रोफेसर,एसोशिएट प्रोफेसर सेवानिवृत्त हो चुके है जिनकी जगह पद तो हैं लेकिन भरा नहीं गया है। नए कोर्स आने पर भी नई नियुक्तियां की जरूरत होती है। विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर भी अध्यापकों की जरूरत पड़ती है। इसलिए विश्वविद्यालय पिछले कई सालों से हर साल एक सौ से अधिक कांट्रेक्ट पर नियुक्तियां करके ही काम चला रहा है। कुछ समय पहले खोले गए इंजीनियरिंग कालेज में भी पदों को भरा नहीं गया है। कांट्रेक्ट पर नियुक्त हाेने वाले अध्यापकों को काम तो काफी करना पड़ता है मगर वेतन काफी कम मिलता है।

विश्वविद्यालय आज तक कोई व्यापक नीति नहीं बना पाया है जिसमें स्थायी पदों को निर्धारित समय के भीतर भरा जाए। अस्थायी प्रक्रिया को बंद या बहुत सीमित कर दिया जाए। विश्वविद्यालय व उसके कैंपस, इंजीनियरिंग कालेज कठुआ में टीचिंग सहायकों व लेक्चररों के पद भरने के लिए साक्षात्कार 18 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक होंगे। इसमें 21 विभागों या विषयों के लिए पदों को भरा जाएगा। 

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