E-Challan In Jammu : ई-चालान काटने में ट्रैफिक पुलिस साबित हो रहा फिसड्डी

जुलाई मात्र में ट्रैफिक पुलिस जम्मू कश्मीर द्वारा ई-चालान मशीनों से मात्र 10.77 फीसदी ही चालान काटे गए। बाकी अन्य चालान कागजी ही काटे गए। जम्मू कश्मीर ट्रैफिक पुलिस के पास दो सौ अधिक ई-चालान मशीनें है जिन्हें गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत उपलब्ध करवाया गया है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:52 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:52 AM (IST)
E-Challan In Jammu : ई-चालान काटने में ट्रैफिक पुलिस साबित हो रहा फिसड्डी
जुर्माने की राशि में बदलाव करना संभव नहीं हैं।

जम्मू, दिनेश महाजन : ट्रैफिक पुलिस की कार्यप्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए गृह विभाग से नाकों को यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के चालान काटने के लिए ई-चालान मशीनें उपलब्ध करवाई है। मात्र एक वर्ष के भीतर ही ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को दी गई ई-चालान मशीनें विभाग के कार्यालयों में धूल फांकती हुई नजर आ रही है।

मशीनों के संचालन और रख रखाव करने में दिलचस्पी ना दिखाने के चलते ट्रैफिक कर्मी ई-चालान मशीन की बजाए चालान बुक की चालान काटते हुए नजर आते है। यही कारण है जुलाई मात्र में ट्रैफिक पुलिस जम्मू कश्मीर द्वारा ई-चालान मशीनों से मात्र 10.77 फीसदी ही चालान काटे गए। बाकी अन्य चालान कागजी ही काटे गए। मौजूदा समय में जम्मू कश्मीर ट्रैफिक पुलिस के पास दो सौ अधिक ई-चालान मशीनें है, जिन्हें गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत उपलब्ध करवाया गया है।

ई-चालान मशीन से फर्जी वाहन दस्तावेजों का लगता है : केंद्र सरकार ने मोटर वाहन नियम 1989 में संशोधन कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहन चलाने वाले चालकों पर नकेल कसने के लिए ई चालान मशीन से चालान काटने शुरू किए थे। सूचना प्रौद्योगिकी पोर्टल से ई-चालान मशीनों को जोड़ा गया है जिससे नाकों पर तैनात ट्रैफिक कर्मी ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, फिटनेस जैसे दस्तावेजों की जांच कर सकते है। ऐसे में यदि कोई चोरी का वाहन चला रहा होगा के बारे में पता चल पाएगा।

कैसे काम करती हैं ई-चालान मशीन : ई-चालान मशीन मोबाइल फोन की तरह हीं काम करती हैं। मशीन को स्टार्ट करते हुए इस पर विकल्प आ जाते हैं। जिसके चालक पोर्टल पर जा कर दस्तावेजों की जांच की जा सकती है या फिर चालान भी किया जा सकता हैं। जिस व्यक्ति का चालान हुआ है वह मौके पर जुर्माना देकर कंपाउंट चालान करवाए या फिर डेविट व क्रेडिट कार्ड से चालान कटवा दे। यदि उसके पास पैसे नहीं है तो वह बाद में अपने वाहन के दस्तावेज ट्रैफिक कर्मियों को सौंप कर बाद में एसपी ट्रैफिक कार्यालय में आ कर चालान की राशि जमा करवा सकता हैं। ई-चालान मशीन में चालक का जिस यातायात नियम का पालन ना करने के लिए चालान काटा जा रहा है कि जुर्माना पहले ही फीड होगा। जुर्माने की राशि में बदलाव करना संभव नहीं हैं।

बीते जुलाई माह में काटे गए चालान कोर्ट चालान कंपाउंड ई-चालान कुल चालान श्रीनगर 4590 15647 12358 32595 ग्रामीण कश्मीर 12119 108491 7638 128248 सिटी जम्मू 8504 46072 8034 62610 ग्रामीण कश्मीर 4665 35250 2419 42334 राष्ट्रीय राजमार्ग रामबन 3225 18609 618 2245 कुल चालान 33103 224069 31067 288239 

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