जम्मू-श्रीनगर हाईवे 30 घंटे बाद खुला, रास्ते में फंसे वाहन निकलना शुरू
30 घंटों के बाद खुले जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे में सबसे पहले रास्ते में फंसे वाहनों को निकाला जा रहा है। कैफेटेरिया मोड़ पर मलबा गिरने के कारण जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद हो गया था। फिलहाल जेसीबी की मदद से मलबे को हटा दिया गया है। अभी भी फिसलन है
जम्मू, जेएनएन। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के कारण शुक्रवार देर रात से बंद जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे आज यानि रविवार सुबह एक बार फिर से यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। 30 घंटों के बाद खुले जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे में सबसे पहले रास्ते में फंसे वाहनों को निकाला जा रहा है। कैफेटेरिया मोड़ पर मलबा गिरने के कारण जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद हो गया था। फिलहाल जेसीबी की मदद से मलबे को हटा दिया गया है। अभी भी फिसलन है इसलिए जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को पूरी तरह से यातायात के लिए दो-तरफा बहाल करने में अभी भी समय लगेगा।
नेशनल हाईवे बंद होने से जम्मू के नगरोटा, सिदड़ा, ऊधमपुर सहित अन्य क्षेत्रों में वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पूरी तरह से खुलने के बाद ही सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही की अनुमति होगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में भारी बर्फबारी और बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त होकर रह गया है। प्रदेश के अधिकतर इलाकों में बिजली गुल हो गई। इसे बहाल करने में बिजली विभाग को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके अलावा किसानों को धान की फसलों का काफी नुकसान हुआ है। इससे किसानों में काफी निराशा है। शहर के निचले इलाके में पानी भर आया जबकि अधिकतर क्षेत्रों में ओलावृष्टि होने से किसानों की खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। बदलते मौसम के मिजाज के कारण लोगों ने गर्म कपड़े भी निकाल लिए हैं। जम्मू के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पत्नीटाप और नत्थाटाप में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है जबकि कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग, सोनमर्ग और अन्य क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई है। प्रदेश के कई उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में खानाबदोश समुदाय के लोगों को पुलिस के जवानों और सेना के जवानों ने बचाया है।