Jammu : सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर बेरोजगार युवकों को चूना लगाने वाला गिरफ्तार

बाबू राम के विरुद्ध बीते वर्ष धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। उस पर आरोप है कि अब तक पांच से चार युवकों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों रुपये ले चुका है। मामला दर्ज होने के बाद आरोपित फरार हो गया था।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 08:58 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 08:58 AM (IST)
Jammu : सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर बेरोजगार युवकों को चूना लगाने वाला गिरफ्तार
पुलिस ने उसके घर पर दबिश देकर उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया गया।

जम्मू, जागरण संवाददाता : पक्काडंगा पुलिस ने बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलवाने का झांसा देकर उससे लाखों रुपये ठगने के आरोपित को जम्मू पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। आरोपित बाबू राम निवासी संदल, झज्जरकोटली को पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार किया। बीते करीब एक वर्ष से वह फरार था।

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार बाबू राम के विरुद्ध बीते वर्ष धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। उस पर आरोप है कि अब तक पांच से चार युवकों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों रुपये ले चुका है। मामला दर्ज होने के बाद आरोपित फरार हो गया था। मंगलवार को जम्मू पुलिस को सूचना मिली कि मामले का आरोपित बाबू राम अपने घर पर आने वाला है। इस सूचना पर पुलिस ने उसके घर पर दबिश देकर उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया गया।

फर्जी शिकायतों की जांच पर डीजीपी से रिपोर्ट तलब: दक्षिण कश्मीर में बाहरी राज्यों के लोगों की ओर से फिरौती वसूली की फर्जी शिकायतों की जांच करने की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका में हाईकोर्ट के डिवीजन बेंच ने प्रदेश के डीजीपी को रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। बेंच ने डीजीपी से कहा है कि वह रिपोर्ट में स्पष्ट करें कि पुलिस ने ऐसी शिकायतों की जांच करने की दिशा में क्या कदम उठाए।

याचिकाकर्ता बाल कृष्ण के अनुसार दक्षिण कश्मीर के चार जिलों में ऐसी फर्जी शिकायतें व एफआइआर दर्ज है।मामले की सुनवाई के दौरान बेंच ने पाया कि नौ दिसंबर 2019 को एसएसपी अनंतनाग की ओर से जो हल्फनामा दायर किया गया था, उसमें यह स्वीकार किया गया था कि ऐसा एक गिरोह सक्रिय है जो बाहरी राज्यों के लोगों द्वारा फिरौती वसूले जाने की फर्जी शिकायतें व एफआइआर दर्ज करवा रहा है। यह भी पाया गया कि कई ऐसे केस दर्ज कराए गए और वसूली के बाद वापस ले लिए गए। हल्फनामे में कहा गया कि इस गिरोह ने धंधा बना लिया है कि वो पहले मासूम लोगों के खिलाफ शिकायतें व एफआइआर दर्ज करवाता है और फिर उन्हें ब्लैकमेल करके पैसे वसूल करता है।

chat bot
आपका साथी