Jammu: सोफिया ने लिखी, ‘बातें कुछ दिल की’; कविताओं की पहली पुस्तक प्रकाशित
कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए भी इसमें कुछ कविताएं प्रकाशित हैं। इससे पहले महकती वाटिका नामक ई पेपर किताब में उनकी दो रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। सोफिया की कई कविताएं समाचार पत्रों में भी प्रकाशित होती हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: कहते हैं अगर मन में कुछ करने की तमन्ना हो तो सपने पूरे करने में कोई भी बाधा आपके कदम नहीं रोक सकती। यह सच साबित कर दिखा है जम्मू के बस्सी कलां बाडी ब्राह्मणा क्षेत्र की रहने वाली सोफिया जंगराल ने। स्कूल के समय से ही कविताएं लिखने का शौक रखनेे वाली सोफिया का सपना था कि उसकी लिखी हुई कविताओं की पुस्तक प्रकाशित हो। संसाधनों की कमी के बावजूद उसने एक साल ही में अपने इस सपने कोे पूरा कर लिया। आज सोमवार को उनकी लिखी कविताओं की पहली पुस्तक प्रकाशित हो गई।
सोफिया का कहना है कि उसका सपना था कि वह अपनी खुद की एक किताब प्रकाशित करवाए। आज उन्होंने अपनी मेहनत और हिम्मत से अपना सपना पूरा कर डाला। सोफिया ने नौशन प्रेस के जरिए अपनी कविताओं की किताब प्रकाशित करवाई जो कि एमाज़ोन पर भी उपलब्ध है। उनकी किताब का शीर्षक है, ‘बातें कुछ दिल की’। यह उनकी लिखी पहली किताब है जो कि पेपर बैक में उपलब्ध है। इस किताब में ज़िंदगी से लेकर मौत तक के सफर को कई रचनाओं के माध्यम से दर्शाया गया है।
कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए भी इसमें कुछ कविताएं प्रकाशित हैं। इससे पहले महकती वाटिका नामक ई पेपर किताब में उनकी दो रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। सोफिया की कई कविताएं समाचार पत्रों में भी प्रकाशित होती हैं। उनका कहना है कि संसाधनों की कमी के कारण परेशानी आती है। लेकिन उन्होंने जब अपनी कविताएं प्रकाशित करने के लिए संपर्क किया तो सभी ने कविताओं को पसंद किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी इस पहली पुस्तक को सभी पसंद करेंगे। उनका कहना है कि हमें अपनी मंज़िल को पाने के लिए हिम्मत और विश्वास रखना चाहिए और उसके लिए खूब मेहनत करनी चाहिए।
वह इसका पूरा श्रेय ईश्वर को देती हैं उनका कहना है कि आज वो जो कुछ भी हैं ऊपर वाले की कृपा से हैं। उन्होंने बताया कि वह कविताएं लिखना जारी रखेगी और अपनी पुस्तके समय समय पर प्रकाशित करती रहेगी।