Jammu Municipal Corporation : निगम बना दबंग, खुद तोड़ रहा नियम, जनता बनी फरियादी, मेयर मौन

लोगों ने नाले पर पार्क बनाने की नगर निगम की योजना का कई बार विरोध किया लेकिन उनकी आवाज नक्कारखाने में तूती बनकर रह गई। स्थानीय लोगों का प्रतिनिधिमंडल नगर निगम के मेयर नगर निगम आयुक्त और पूर्व स्थानीय विधायक तक से मिला लेकिन उनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 11:17 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 11:26 AM (IST)
Jammu Municipal Corporation : निगम बना दबंग, खुद तोड़ रहा नियम, जनता बनी फरियादी, मेयर मौन
लोगों को सुविधाएं देने के बजाए परेशान किया जा रहा है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : आमतौर पर सरकार की तरफ से बनाए गए नियमों के उल्लंघन पर सरकारी विभाग कार्रवाई करते हैं, लेकिन यदि सरकारी विभाग ही नियम तोडऩे लगें तो इसे तानाशाही नहीं तो और क्या कहा जाएगा। इसका जीता जागता प्रमाण न्यू प्लाट के स्टेट मोटर गैराज लेन में नगर निगम की तरफ से नाले के ऊपर किया जा रहा निर्माण है। निगम की तरफ से नाले पर लेंटर डालकर पार्क का निर्माण किया जा रहा है। इतना ही नहीं, वह नाले पर आडिटोरियम भी बना रहा है।

कमाल की बात है कि इस इलाके में पार्किंग की बहुत समस्या है। इसको ध्यान में रखकर पहले नगर निगम यहां पार्किंग बनाने वाला था, फिर अचानक ही उसने यहां पार्क और आडिटोरियम बनाने का फैसला ले लिया। इसके बाद ही स्थानीय लोग और नगर निगम आमने-सामने आ गए। काफी समय तक स्थानीय लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन मेयर मौन साधे रहे और काम होता रहा। जनता अपनी फरियाद लेकर मेयर समेत नगर निगम के सभी बड़े अधिकारियों तक गई। विभिन्न पार्टियों के नेताओं से भी फरियाद की, लेकिन उसकी आवाज नहीं सुनी गई।

अब लोग भी थक हारकर बैठ गए हैं, हालांकि उनमें अंदर ही अंदर नगर निगम के प्रति भारी गुस्सा है। यदि कोई नालों पर अतिक्रमण करता है तो नगर निगम संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करता है, लेकिन यहां तो खुद नगर निगम ही नाले पर अतिक्रमण कर रहा है। वह नाले पर लेंटर डालकर उसके ऊपर पार्क बना रहा है। वह भी तब जबकि स्थानीय लोग इसका लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। इसीलिए स्थानीय लोग इसे नगर निगम की तानाशाही कह रहे हैं।

नानक नगर क्षेत्र में नालों पर हुए अतिक्रमण को नगर निगम ने हटाया तो इसकी लोगों ने तारीफ की। अन्य कई नालों से अतिक्रमण हटाने पर नगर निगम को सराहना मिली, लेकिन न्यू प्लाट में जिस तरह जबरन नगर निगम नाले पर पार्क बनाने की हठधर्मिता पर आमादा है, तो उसे स्थानीय लोगों की आलोचना झेलनी पड़ रही है। पार्क के लिए नाले पर डाला गया लेंटर नाले के बिल्कुल बीचोंबीच बने चार पिलर पर टिका है। इसी तरह आडिटोरियम के लिए भी पिलर बनाकर उसके ऊपर बिल्डिंग बनाई जा रही है। नगर निगम की हठधर्मिता का आलम यह है कि आडिटोरियम के लिए जो पिलर बने हैं, उसके बीच से जलशक्ति विभाग की पानी की पाइप भी जा रही है, फिर भी निगम ने अपना इरादा नहीं बदला। इसके पास ही बिजली के खंभे और चार ट्रांसफार्मर भी लगे हैं। जो ढांचा खड़ा हो रहा है उसके ऊपर से हाई टेंशन लाइन भी गुजर रही है, फिर भी नगर निगम अपनी जिद पर अड़ा है।

मेयर बोले, आपने जिस कारपोरेटर को चुना, वही करवा रहा निर्माण, फिर परेशानी क्या है?

स्थानीय लोगों ने नाले पर पार्क बनाने की नगर निगम की योजना का कई बार विरोध किया, लेकिन उनकी आवाज नक्कारखाने में तूती बनकर रह गई। स्थानीय लोगों का प्रतिनिधिमंडल नगर निगम के मेयर, नगर निगम आयुक्त और पूर्व स्थानीय विधायक तक से मिला, लेकिन उनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी। मेयर चंद्रमोहन गुप्ता तो यहां तक बोले, कि आपने जिस कारपोरेटर को चुना है, वही इस निर्माण कार्य को करवा रहा है, तो फिर परेशानी क्या है? चुना हुआ कारपोरेटर जो करवा रहा है, वह ठीक है। नगर निगम आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल से मिलने से ही मना कर दिया था। ऐसे में कुछ समय तक विरोध करने के बाद लोग शांत हो गए। हालांकि लोगों में अंदर ही अंदर गुस्सा भरा है। स्थानीय निवासी ज्ञान ङ्क्षसह ने कहा कि जब सरकारी महकमे ही नियम तोडऩे लगें तो आम नागरिक कर क्या सकता है। वह लाचार है। उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

सड़क और तंग हो जाने से लगने लगा जाम : न्यू प्लाट के लोगों की पार्किंग की परेशानी को देखते हुए स्टेट मोटर गैराज लेन में करीब पांच सौ मीटर नाले पर पार्किंग बनाने का योजना बनी थी। इसका लोगों ने स्वागत किया था, लेकिन अचानक स्मार्ट सिटी के नाम पर नाले पर पार्क, आडिटोरियम आदि बनाने का काम शुरू हो गया। इससे सड़क की चौड़ाई भी कम हो गई और लोगों का वहां से गुजरना भी मुश्किल हो गया। इलाके में ऊपर की तरफ आर्मी एरिया है। सड़क की चौड़ाई कम होने से सेना के बड़े वाहनों को निकलने में भी भारी परेशानी हो रही है। इससे आए दिन जाम लगा रहता है। पहले वहां से तीन गाडियां एक साथ निकल जाया करती थी, लेकिन अब एक गाड़ी निकलने के बाद ही दूसरी का निकलना संभव होता है।

नाले तो पूरे शहर में कवर किए जा रहे हैं, जिसे परेशानी है वह कोर्ट जाए: मेयर 

न्यू प्लाट के रहने वाले सीपी ङ्क्षसह राजू ने बताया कि गांधीनगर और दूसरे कई क्षेत्रों में तो पहले से ही चौड़ी सड़कों को और चौड़ा किया जा रहा, लेकिन न्यू प्लाट की तंग सड़कों को और तंग किया गया है। लोगों को सुविधाएं देने के बजाय परेशान किया जा रहा है। नगर निगम के मेयर चंद्र मोहन गुप्ता से जब नाले पर हो रहे निर्माण कार्य की बात की गई तो वे पहले तो तुरंत बोले कि क्षेत्र के खिलाफवर्जी इंस्पेक्टर को कार्रवाई करनी चाहिए। जब उन्हें यह बताया गया कि न्यू प्लाट में जो काम हो रहा है उसे नगर निगम ही करवा रहा है, तो वे कुछ नाराज होते हुए बोले कि नाले तो शहर भर में कवर किए जा रहे हैं। किसी को परेशानी है तो वह कोर्ट में जा सकता है। नगर निगम आयुक्त से बोलो, मेरे बस में कुछ नहीं है। लोगों को जो करना है करें, हमें फर्क नहीं पड़ता। राजू ने कहा कि जब शहर के मुखिया ही समस्या नहीं सुलझाएंगे तो भला आम आदमी कहां जाए।

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