Jammu and Kashmir: खुदा की रहमतों का शुक्रगुजार हूं, कोरोना काल में घर पहुंचने की खुशी नहीं भूलेंगे कभी

दो महीने के बाद शुरू हुई विमान सेवा के पहले दिन सोमवार को 11 उड़ानों से 733 यात्री अपने प्रदेश लौटे हैं।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 09:57 AM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 09:57 AM (IST)
Jammu and Kashmir: खुदा की रहमतों का शुक्रगुजार हूं, कोरोना काल में घर पहुंचने की खुशी नहीं भूलेंगे कभी
Jammu and Kashmir: खुदा की रहमतों का शुक्रगुजार हूं, कोरोना काल में घर पहुंचने की खुशी नहीं भूलेंगे कभी

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो।  खुदा का शुक्र है, मैं आज यहां सही सलामत पहुंच गया। श्रीनगर एयरपोर्ट पर सोमवार को दिल्ली से एयर एशिया के विमान से पहुंचे मंसूर अली की खुशी का ठिकाना नहीं था। उन्होंने कहा कि मैं अपने परिजनों के साथ ईद नहीं मना सका, लेकिन घर तो पहुंच गया। खुदा ने मेरी दुआ सुनी है और उसने मुझे आज सफर की इजाजत देकर ईदी दी है।

मैं खुदा की रहमतों का शुक्रगुजार हूं। मंसूर उन लोगों में शामिल है जो दो माह बाद श्रीनगर एयरपोर्ट पर नागरिक विमानों की आवाजाही बहाल होने पर दिल्ली से श्रीनगर पहुंचे हैं।दो महीने के बाद शुरू हुई विमान सेवा के पहले दिन सोमवार को 11 उड़ानों से 733 यात्री अपने प्रदेश लौटे हैं।

जम्मू एयरपोर्ट पर पांच उड़ानों से 171 यात्री पहुंचे हैं। वहीं, श्रीनगर एयरपोर्ट पर सोमवार को छह विमानों में 562 यात्री आए हैं। इसी दौरान श्रीनगर से जम्मू और दिल्ली के लिए 267 यात्री रवाना हुए। कुल उड़ानों में से एक लेह से आई है। एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए दो चैनल रेड व ग्रीन चैनल भी बनाए गए हैं। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर मंसूर अली ने कहा कि आप मेरी खुशी का अंदाजा नहीं लगा सकते। दिल्ली में जो मेरी स्थिति थी या फिर यहां जो मेरे मां-बाप के हालात थे, यह कोई दूसरा नहीं समझ सकता। मुझे पूरा यकीन है कि मेरा रिजल्ट निगेटिव रहेगा। खुदा की मेहरबानी से मैं बुधवार की शाम तक अपने मां-बाप के साथ ही रात का खाना खाऊंगा।

बड़गाम की रुमैसा और उसके पति ताहिर ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि हमें टिकट मिलेगा, लेकिन मिल गया और वह भी पहली उड़ान में। हम दिल्ली के साकेत इलाके में रह रहे थे। पूरी रात हम सोए नहीं। यहां स्क्री¨नग हो गई है, सैंपल भी लिया गया है। अब हम होटल में क्वारंटाइन में जाएंगे और रिपोर्ट आते ही हम घर जाएंगे। हमारे लिए आज भी ईद ही है।

जम्मू से श्रीनगर पहुंचे अल्ताफ हुसैन ने कहा कि मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मुझे क्वारंटाइन में नहीं जाना है। मैं जम्मू से आया हूं और स्वस्थ हूं। दूसरे राज्यों से आने वालों के लिए रेड रूट मंडलायुक्त श्रीनगर पांडुरंग के पोले और श्रीनगर एयरपोर्ट के निदेशक संतोष ढोके ने कहा कि आने वाले यात्रियों और श्रीनगर से रवाना होने वाले यात्रियों के लिए सभी व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

जिला उपायुक्त बड़गाम तारिक हुसैन गनई ने बताया कि बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए दो रास्ते बनाए हैं, एक रेड है और दूसरा ग्रीन। ग्रीन चैनल में जम्मू से आने वाले यात्रियों को गुजरना होता है, इन्हें प्रशासकीय क्वारंटाइन की जरूरत नहीं है। इन्हें हम तत्काल जांच के बाद घर भेजते हैं। रेड चैनल से सिर्फ दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को गुजरना होता है। इनके लिए क्वारंटाइन की प्रक्रिया अनिवार्य है।

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