Jammu: 26 जनवरी को ब्लैक-डे मनाएंगे जम्मू-कश्मीर के डेलीवेजर, मांगे पूरी न होने से हैं खफा
उपराज्यपाल ने विश्वास दिलाया था कि एक-दो दिन में कमेटी का गठन कर दिया जाएगा जो इस मुद्दे पर डेलीवेजरों से बातचीत करेगी। उन्होंने कहा कि इस बात को दो महीने बीत गए लेकिन आज तक न किसी कमेटी का गठन किया गया
जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू-कश्मीर के विभिन्न सरकारी विभागाें में कार्यरत डेलीवेजरों-कैज्युअल लेबर को स्थायी करने की मांग को लेकर इन कर्मियों ने शुक्रवार को एक बार फिर सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। डोगरा चौक में सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए इन कर्मियों ने कहा कि उपराज्यपाल ने दो माह पूर्व उनसे वादा किया था लेकिन इस वादे को पूरा करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। ऑल डिपार्टमेंट कैज्युअल लेबर यूनाइटेड फ्रंट जम्मू प्रोविंस ने प्रदर्शन के दौरान घोषणा की कि अगर 25 जनवरी तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो इस साल वे 26 जनवरी को ब्लैक-डे के रूप में मनाएंगे।
फ्रंट नेताओं ने इस मौके पर कहा कि 11 नवंबर 2020 को उनके एक प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना व सांसद जुगल किशोर शर्मा की मौजूदगी में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की थी और इस मुलाकात के दौरान मनोज सिन्हा ने उनसे वादा किया था कि जिला विकास परिषद के चुनाव सम्पन्न होने के बाद डेलीवेजरों को स्थायी करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी।
फ्रंट नेताओं ने कहा कि उस मुलाकात के दौरान उपराज्यपाल ने विश्वास दिलाया था कि एक-दो दिन में कमेटी का गठन कर दिया जाएगा जो इस मुद्दे पर डेलीवेजरों से बातचीत करेगी। उन्होंने कहा कि इस बात को दो महीने बीत गए लेकिन आज तक न किसी कमेटी का गठन किया गया और न ही सरकार की तरफ से डेलीवेजरों को स्थायी करने की दिशा में कोई कदम उठाया गया। उन्होंने कहा कि अगर 25 जनवरी तक उनकी मांगों को पूरा करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वे इस साल 26 जनवरी को ब्लैक-डे के रूप में मनाएंगे।
प्रदर्शन के दौरान फ्रंट नेता राजन शर्मा, अखिल शर्मा, पुरषोत्तम लाल, अजय शर्मा, बसंत सिंह, नरेंद्र कुमार, मोहन लाल शर्मा व रविहंस ने संबोधित किया।