Jammu Kashmir Weather: जम्मू-कश्मीर में चक्रवात टाक्टे ने नहीं पश्चिमी विक्षोभ ने मौसम बदला

इस वर्ष भी 24 मई के बाद ही गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा।पश्चिमी विक्षोभ को लेकर उन्होंने बताया कि जब अशांत हवाएं कम दबाव वाले क्षेत्र में होती हैं और भारत के संबंध में ये पश्चिम दिशा से आती हैं। इसलिए इसका नाम पश्चिमी विक्षोभ है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 21 May 2021 11:31 AM (IST) Updated:Fri, 21 May 2021 11:31 AM (IST)
Jammu Kashmir Weather: जम्मू-कश्मीर में चक्रवात टाक्टे ने नहीं पश्चिमी विक्षोभ ने मौसम बदला
पिछले वर्ष भी मौसम इसी तरह का रहा था।दो दिनों आंधी और बारिश के आसार हैं।

जम्मू, जागरण संवाददाता: देश के अधिकतर हिस्सों में चक्रवात टाक्टे के कारण मौसम बदला हुआ है लेकिन जम्मू-कश्मीर में अभी भी पश्चिमी विक्षोभ प्रभाव दिख रहा है। शेर-ए-कश्मीर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डा. महेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष भी समुंद्री तूफानों के चलते 23 मई तक मौसम ठीक ही रहा था।

इस वर्ष भी 24 मई के बाद ही गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा।पश्चिमी विक्षोभ को लेकर उन्होंने बताया कि जब अशांत हवाएं कम दबाव वाले क्षेत्र में होती हैं और भारत के संबंध में ये पश्चिम दिशा से आती हैं। इसलिए इसका नाम पश्चिमी विक्षोभ है। फिर ये अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत की ओर अधिक ऊंचाई और तेज हवाओं के साथ यात्रा करते हैं, जो पृथ्वी की सतह के पार पश्चिम से पूर्व की ओर बहती हैं।

रास्ते में वे भूमध्य सागर, काला सागर, कैस्पियन सागर और अरब सागर से नमी लेते हैं। जब पश्चिमी विक्षोभ हिमालय की ओर आता है तो इनकी नमी बारिश और बर्फ के रूप में बदल जाती है। कभी-कभी वे उत्तरी पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के साथ-साथ उत्तर पूर्वी राज्यों की ओर बढ़ते हैं।जबकि अन्य समय में वे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार होते हुए दक्षिण की ओर बढ़ते हैं।

जम्मू-कश्मीर के अधिकतर क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बारिश ने एक बार फिर से मौसम के मिजाज बदल दिए हैं। रात को तेज हवा के साथ हुई बारिश के बाद जम्मू संभाग के अधिकतम क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में कल के मुकाबले दो से तीन डिग्री सेल्सियस के बीच गिरावट आई है।

शेर-ए-कश्मीर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डा. महेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार को दिन में मौसम साफ रहने के बाद बादल छाएंगे।अगले दो दिनों तक मौसम की अठखेलियां जारी रहेंगी। पिछले वर्ष भी मौसम इसी तरह का रहा था।दो दिनों आंधी और बारिश के आसार हैं।

पिछले कुछ दिनों से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते वादी में रूक-रूक कर तेज आंधी व गर्ज के साथ बारिश का सिलसिला जारी है।इस बीच कई इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई।हालांकि दोपहर तक तो अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क रहता है लेकिन दोपहर बाद पहले तेज आंधी और फिर उसके बाद गर्ज के साथ बारिश शुरू हो जाती है। फिर देर रात तक रुक रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा।पिछले 24 घंटों में जम्मू में 9.0 एमएम, कटड़ा में 12.6 एमएम, बटोत में 22.2, भद्रवाह में 13.6 एमएम, बनिहाल में 13.0 एमएम बारिश हुई जबकि गुलमर्ग में 20.2 एमएम बारिश दर्ज की गई।श्रीनगर में 9.2, काजीगुंड में 16.0, पहलगाम में 5.9, कुपवाड़ा में 2.0, कुकरनाग में 11.6 एमएम बारिश दर्ज की गई।

जम्मू का अधिकतम तापमान 37.2, न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बनिहाल का अधिकतम तापमान 26.2, न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस रहा। बटोत का अधिकतम तापमान 24.8, न्यूनतम 10.2, कटड़ा का अधिकतम तापमान 31.4, न्यूनतम तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भद्रवाह का अधिकतम तापमान 25.9, न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

लेह का अधिकतम तापमान 16.2, न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस रहा।कारगिल का अधिकतम तापमान 23.0, न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रहा। श्रीनगर का अधिकतम तापमान 24.6, न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। काजीगुंड में अधिकतम तापमान 24.6, न्यूनतम तापमान 8.2, पहलगाम का अधिकतम तापमान 19.2, न्यूनतम तापमान 6.8, कुपवाड़ा का अधिकतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान 8.9, कुकरनाग में अधिकतम तापमान 23.1, न्यूनतम 7.0 जबकि गुलमर्ग का अधिकतम तापमान 14.6, न्यूनतम 2.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। 

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