Jammu Kashmir: टीकाकरण बना कवच, 93% मौतें बिना टीकाकरण करवाने वालों की हुई

अच्छी बात यह है कि दोनो डोज लेने वाले अभी तक सुरक्षित हैं। आंकड़ों के अनुसार आधे के करीब मरीजों की मौत अस्पतालों में देरी से आने के कारण हुई है। 46 फीसद मरीज ऐसे हैं जो कि संक्रमित होने के तीन दिन बाद दम तोड़ गए।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:02 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 10:02 AM (IST)
Jammu Kashmir: टीकाकरण बना कवच, 93% मौतें बिना टीकाकरण करवाने वालों की हुई
जम्मू जिले में सबसे अधिक 97.73 फीसद लोगों का टीकाकरण हुआ।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: कोराना वैक्सीन से होने वाला टीकाकरण संक्रमण से बचाव का कवच साबित हो रहा है। अभी तक जम्मू-कश्मीर में हुई मौतों में से 93 फीसद मौतें उन लोगों की हुई है जिन्होंने वैक्सीन की एक डोज भी नहीं ली। सिर्फ सात फीसद मौतें ही उन लोगों की हुई जिन्होंने एक डोज ली हुई थी। विशेषज्ञ भी मानते हैं कि टीकाकरण से ही बचा जा सकता है।

नेशनल हेल्थ मिशन के आंकड़ों के अनुसार 15 अप्रैल से 12 मई के बीच जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमित कुल 870 मरीजों की मौतें हुई हैं। हालांकि डाटा के अनुसार एक भी मौत ऐसे व्यक्ति की नहीं हुई है जिसने दो डोज ली हों लेकिन स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दो ऐसे मरीजों की मौत हुई हैं जिन्होंने दोनों डोज ली थी। लेकिन उनकी उम्र 90 साल से अधिक थी।

अच्छी बात यह है कि दोनो डोज लेने वाले अभी तक सुरक्षित हैं। आंकड़ों के अनुसार आधे के करीब मरीजों की मौत अस्पतालों में देरी से आने के कारण हुई है। 46 फीसद मरीज ऐसे हैं जो कि संक्रमित होने के तीन दिन बाद दम तोड़ गए। इन मरीजों ने शुरूआत में अपने लक्षणों को नजरअंदाजकिया और अस्पताल में जांच करवाने के लिए आने में देरी कर दी।

यही नहीं 49.37 फीसद मरीज ऐसे थे जो कि अस्पतालों में आने के बाद एक से तीन दिन के बीच दम तोड़ गए। यह वे मरीज थे जो कि अपना इलाज घरों में ही करते रहे। वे अस्पतालों में उस समय आए जब उनके आक्सीजन का स्तर 90 से भी कम हो गया था। अस्पतालों में गंभीर अवस्था में आए।

इन आंकड़ों से साफ है कि टीकाकरण करवाने वाले अभी संक्रमण से सुरक्षित हैं। यही नहीं जो मरीज अस्पतालों में सममसय पर इलाज करवा रहे हैं, वे भी स्वस्थ हैं। जीएमसी जम्मू में विशेषज्ञ डा. संदीप डोगरा का कहना है कि टीकाकरण ही इससे बचाव का मुख्य स्रोत है। लोगों को टीकाकरण के लिए आगे आना चाहिए। उनका कहना है कि चेन को अगर तोड़ना है तो टीकाकरण करवाना ही होगा।

27,89, 355 का हुआ टीकाकरण: जम्मू-कश्मीर में अभी तक 27,89, 355 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। शुक्रवार को 14,912 लोगों ने टीकाकरण करवाया। अनतंनाग, कुलगाम, पुलवामा, श्रीनगर, कुपवाड़ा, और बांडीपोरा में शुक्रवार को भी टीकाकरण नहीं हो पाया। कश्मीर में ईद के त्यौहार और वैक्सीन की कमी के कारण बहुत कम टीकाकरण हो रहा है।

वहीं जम्मू संभाग में 14,912 लोगों ने टीकाकरण करवाया। हालांकि कुछ लोगों को नियमों में बदलाव के कारण टीकाकरण में दिक्कतें भी आई। कश्मीर संभाग में शोपियां जिले में सबसे अधिक 97.30 फीसद लोगों का टीकाकरण हुआ है। वहीं जम्मू संभाग में जम्मू जिले में सबसे अधिक 97.73 फीसद लोगों का टीकाकरण हुआ। कुल 61.38 फीसद लोगों का टीकाकरण हुआ।

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