Jammu Kashmir: हिमायत योजना का लाभ उठाने वाले दो दिव्यांग युवाओं को हुनरबाज अवार्ड
अमित कुमार जम्मू के पटोली ब्राह्मणा के रहने वाले हैं।कुछ समय पहले उनके पिता का निधन हो गया था और वह अपनी मां के साथ छोटे से मकान में रहते थे। उसके बाद अमित को सड़क दुर्घटना में काफी चौटे आई।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर की हिमायत योजना ने आजादी का हुनरबाज अवार्ड हासिल किए हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत नेशनल इंस्टीट्यूट आफ रूरल डेवलपमेंट एंड पंचायत राज हैदराबाद ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देश पर आजादी का हुनरबाज अवार्ड स्थापित किया है।
यह अवार्ड दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए है जिन्हें विभिन्न व्यवसायों में ट्रेनिंग दी गई है और वह नौकरी हासिल करने में सफल रहे हैं हिमायत मिशन मैनेजमेंट यूनिट ने हिमायत योजना के तहत रोजगार हासिल करने वाले कुछ उम्मीदवारों को नामांकन के लिए भेजा था। इन उम्मीदवारों में अमित कुमार और हमजा बिन मंजूर को आजादी का हुनरबाज अवार्ड के लिए चयनित किया गया है।
अमित कुमार जम्मू के पटोली ब्राह्मणा के रहने वाले हैं।कुछ समय पहले उनके पिता का निधन हो गया था और वह अपनी मां के साथ छोटे से मकान में रहते थे। उसके बाद अमित को सड़क दुर्घटना में काफी चौटे आई। उनकी आयु 33 साल की थी और दिव्यांगता के कारण उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। साक्षात्कार में उन्हें कई बार नामंजूर किया गया। वह हिमायत प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत विभागीय प्रबंधक ट्रेड में पंजीकृत हुए और कोर्स पूरा करने के बाद अगस्त 2019 में उन्हें मूवी टाइम जम्मू में नौकरी मिली। उसके बाद में वह फन टाइम्स में रोजगार हासिल करने में सफल रहे।
हमजा बिन मंजूर डोडा जिले के गांव भलेसा की रहने वाला हैं। उनके पिता मंजूर अहमद बेरोजगार हैं। वह दिव्यांग हैं उन्हें हिमायत प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 2017 में रिटेल टीम लीडर ट्रेउ के तौर पर पंजीकृत किया गया था और कोर्स पूरा करने के बाद उनका चयन भारतीय टेली वेंचर एयरटेल डोडा में हुआ और वह इस समय बारह हजार प्रतिमाह वेतन ले रही हैं। जम्मू-कश्मीर की हिमायत एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है और कंपनियों में रोजगार दिलाया जाता है।