National Health Mission J&K : स्वास्थ्य निधि सर्वेक्षण एप के लिए जम्मू-कश्मीर पुरस्कृत, राष्ट्रीय स्तर पर हुई सराहना

National Health Mission Jammu Kashmir डाटा को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी कार्रवाई करने के लिए चिकित्सा टीमों द्वारा स्कैन किया जाता है। यह सरकार की एक अनूठी पहल है जिसने कोविड के प्रसार को रोकने में मदद की।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 08:20 AM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 08:20 AM (IST)
National Health Mission J&K : स्वास्थ्य निधि सर्वेक्षण एप के लिए जम्मू-कश्मीर पुरस्कृत, राष्ट्रीय स्तर पर हुई सराहना
इसी एप के आधार पर विभाग द्वारा आवश्यक रोकथाम के उपाय किए गए।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : नेशनल हेल्थ मिशन जम्मू-कश्मीर को स्वास्थ्य श्रेणी में स्वास्थ्य निधि सर्वेक्षण एप के लिए पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार गवर्नेंस नाउ द्वारा आयोजित चौथे डिजिटल ट्रांसफार्मेशन अवार्ड्स समिट में मिला है। इस एप के जरिए संदिग्ध कोविड रोगियों को ट्रैक करने और समय पर कार्रवाई करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई है।

नेशनल हेल्थ मिशन के मिशन निदेशक यासीन चौधरी ने भी सम्मेलन में अपने विचार रखे। उन्होंने ई-संजीवनी, टेलीमेडिसिन, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम सहित आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के विभिन्न पहलुओं पर बात की। मिशन निदेशक ने कहा कि स्वास्थ्य निधि सर्वेक्षण एप एक गहन स्क्रीङ्क्षनग ढांचा है, जिसे जम्मू-कश्मीर में घरों से व्यक्तियों के स्वास्थ्य डाटा एकत्र करने और संदिग्ध कोविड को ट्रैक करने के लिए समय पर कार्रवाई करने के लिए डिजाइन किया गया है।

डाटा को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी कार्रवाई करने के लिए चिकित्सा टीमों द्वारा स्कैन किया जाता है। यह सरकार की एक अनूठी पहल है, जिसने कोविड के प्रसार को रोकने में मदद की। इस पहल के तहत नागरिकों का हेल्थ आडिट करने के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया था। यह टीमें लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति का जायजा लेने के बाद संदिग्ध मरीजों की पहचान की जाती है। इसी के आधार पर विभाग द्वारा आवश्यक रोकथाम के उपाय किए गए। 

बीस और लोगों में डेंगू की पुष्टि : जम्मू-कश्मीर में कोरोना के साथ-साथ डेंगू के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को बीस और लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। इसे मिलाकर अब तक जम्मू-कश्मीर में 1502 लोग डेंगू की चपेट में आ गए हैं। जम्मू-कश्मीर में यह सिर्फ दूसरा अवसर है जब डेंगू के इतने मरीज आए हैं। स्टेट मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को निजी लैब में हुई जांच में बीस लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। अभी तक जम्मू जिले में सबसे अधिक 889 लोगों को डेंगू हुआ है।

वहीं कठुआ, सांबा और ऊधमपुर जिले जम्मू के बाद सबसे अधिक प्रभावित हैं। वहीं अब तक पांच मरीजों की मौत हो चुकी है। हालांकि अधिकारिक तौर पर अभी चार मरीजों के ही मरने की पुष्टि हुई है। लेकिन एक दिन पहले ही श्रभ् महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में 12 साल के एक बच्चे की मौत हो गई। इसे मिलाकर अब तक पांच लोगों की डेंगू से मौत हो चुकी है। हालांकि अब कुछ दिनों से डेंगू के मरीजों की कमी हुई है। पहले जहां पचास से अधिक मामले हर दिन आ रहे थे। वहीं अब इनकी संख्या बीस से तीस के बीच ही रह गई है।

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