Jammu Kashmir PDP: अपना जनाधार बचाने आम लोगों के बीच जाएगी पीडीपी, बैठकों का सिलसिला शुरू हुआ

इस समय कोविड-19 संक्रमण का खतरा है इसलिए प्रस्तावित बैठकों का स्वरुप छाेटा रखा गया है। आने वाले तीन-चार दिनों में पीडीपी इस बार में अपनी पूरी कार्य योजना तैयार कर सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां भी तय करेगी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 05:24 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 05:24 PM (IST)
Jammu Kashmir PDP: अपना जनाधार बचाने आम लोगों के बीच जाएगी पीडीपी, बैठकों का सिलसिला शुरू हुआ
बैठक में तय किया गया है कि सभी प्रमुख नेता और कार्यकर्ता छोटी-छोटी बैठकों के जरिए एक जनसंपर्क अभियान चलाएंगे।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: अपने अस्तित्व और राजनीतिक जनाधार बचाने को प्रयासरत पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने वादी में अपनी सियासी गतिविधियां शुरु करते हुए आम लोगों के बीच जाने का फैसला किया है। पीडीपी जल्द ही घाटी के विभिन्न हिस्सों में बैठकें आयोजित कर बीते एक साल से केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर प्रदेश में जारी राजनीतिक हालात पर चर्चा के आधार पर अपनी अगली रणनीति को तैयार करेगी।

उल्लेखनीय है कि बीते एक साल के दौरान गत साेमवार को पहली बार पीडीपी के काेर समूह की एक बैठक हुई है। पीडीपी अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती पीएसए के तहत बंद होने के कारण इसमें शामिल नहीं हो पायी जबकि पार्टी संरक्षक मुजफ्फर हुसैन बेग भी कथित तौर पर स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो पाए हैं। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान वीरी ने की थी।

बैठक में मौजूद रहे पीडीपी के एक नेता ने अपना नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया कि बैठक में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत बनाने और वादी में जनसंपर्क अभियान चलाने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई है। बैठक में मौजूद सभी नेता इस बात पर सहमत थे कि बीते एक साल में यहां हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। कई पुराने नेता सियासी मौसम के बदलने के साथ ही बदल गए हैं। उनके कारण भी पीडीपी की छवि काे नुकसान पहुंचा है। इस समय लोगों में असुरक्षा, असमंजस और डर की भावना है। लोगों के मसले लगातार बड़ते जा रहे हैं।

नौकरशाही हावी होती जा रही है। इसलिए बैठक में तय किया गया है कि सभी प्रमुख नेता और कार्यकर्ता अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों छोटी-छोटी बैठकों के जरिए एक जनसंपर्क अभियान चलाएंगे। लाेगों को बीते एक साल के दौरान हुए घटनाक्रम से पूरी तरह अवगत कराते हुए, जम्मू-कश्मीर से छीने गए उसके संवैधानिक अधिकारों को फिर से बहाल करने के लिए एक मुहिम की बुनियाद तैयार की जाएगी।

उक्त नेता ने बताया कि जनसंपर्क अभियान के न सिर्फ लोगाें में फैले भ्रमों को दूर किया जाएगा बल्कि पीडीपी के जनाधार को फिर सेे जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस समय कोविड-19 संक्रमण का खतरा है, इसलिए प्रस्तावित बैठकों का स्वरुप छाेटा रखा गया है। आने वाले तीन-चार दिनों में पीडीपी इस बार में अपनी पूरी कार्य योजना तैयार कर सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां भी तय करेगी। पीडीपी के प्रवक्ता सुहैल बुखारी से जब इस संदर्भ में संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि आप कुछ दिन इंतजार करिए, जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। 

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