जम्मू-कश्मीर में जनजाति समुदाय के युवाओं को रोजगार देने को स्थापित होंगे 1500 छोटे भेड़ फार्म
Tribal community in JK अगले तीन साल में बारह हजार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। इसके लिए पंद्रह करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। योजना जनजाति समुदाय को ध्यान में रख कर तैयार की गई है। इसका हिस्सा गुज्जर बक्करवाल के लिए रखा जाएगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जनजाति मामलों के विभाग ने मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान 1500 छोटे भेड़ फार्म स्थापित करने की योजना को अंतिम रूप दिया है। पहले चरण में जम्मू कश्मीर के 13 जिलों में 750 फार्म स्थापित किए जाएंगे। योजना की घोषणा पिछले सप्ताह उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की थी।
इसकी जानकारी जनजाति मामलों के विभाग के सचिव डा. शाहिद इकबाल चौधरी ने दी। उन्होंने कहा कि भेड़ पालन विभाग के सहयोग से छोटे भेड़ पालन फार्म स्थापित करने की योजना पर काम होगा। योजना के तहत चिन्हित किसानों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभाग बड़े भेड़ फार्म स्थापित करने की योजना भी बना रहा है। प्रति यूनिट दो सौ मवेशी रखे जाएंगे। रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए सरकार छोटे किसानों को छोटे भेड़ फार्म स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
अगले तीन साल में बारह हजार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। इसके लिए पंद्रह करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। योजना जनजाति समुदाय को ध्यान में रख कर तैयार की गई है। इसका हिस्सा गुज्जर बक्करवाल के लिए रखा जाएगा। चयनित जनजाति समुदय के युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण मिशन यूथ की तरफ से दिया जाएगा। ऊन के लिए यूनिट भी स्थापित किए जाएंगे।
विश्व बैंक मिशन ने झेलम-तवी फ्लड रिकवरी प्रोजेक्ट पर हो रहे काम को सराहा : विश्व बैंक मिशन की टीम ने जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से 250 मिलियन डालर के झेलम-तवी फ्लड रिकवरी प्रोजेक्ट को प्रभावी बनाने में दिखाई जा रही गंभीरता की सराहना की है। विश्व बैंक मिशन की टीम ने पिछले 2 सालों में प्रोजेक्ट को प्रभावी बनाने के लिए किए गए कार्यों की समीक्षा करने के बाद इसमें विकास पर संतोष जताया है।
विश्व बैंक के अधिकारियों ने पांच दिवसीय वर्चुअल मिशन के दौरान प्रोजेक्ट की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान विश्व बैंक मिशन के तहत टीम लीडर हेमंत करेलिया ने हो रहे कार्य पर संतोष जताया। इस वर्चुअल मिशन में जम्मू-कश्मीर प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन व अन्य संबधित विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान बताया गया कि झेलम-तवी फ्लड रिकवरी प्रोजेक्ट के तहत पूरे किए जाने वाले 213 छोटे प्राेजेक्टों में से 82 पूरे किए जा चुके हैं। अन्य छोटे प्रोजेक्टों को भी तय समय पर पूरा करने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है।