Jammu Kashmir: कोरोना महामारी में निजी क्षेत्र के कर्मचारियों का हाथ थामेगा ESIC, कई लाभ किए घोषित

योजना अनुसार ईएसआइसी के साथ पंजीकृत अगर कोई कर्मचारी संक्रमित हो जाता है तो वह अवकाश के दौरान का वेतन ईएसआइसी से हासिल कर सकता है। ऐसे कर्मचारी को 91 दिनों के लिए उसके दैनिक वेतन का 70 फीसद भुगतान किया जाएगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 01:41 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 01:43 PM (IST)
Jammu Kashmir: कोरोना महामारी में निजी क्षेत्र के कर्मचारियों का हाथ थामेगा ESIC, कई लाभ किए घोषित
कोरोना महामारी को देखते हुए यह औपचारिकता फिलहाल हटा दी गई है।

जम्मू, ललित कुमार: कोरोना महामारी की दूसरी लहर में एक बार फिर लोगों को रोजगार छिनने लगा है। निजी क्षेत्र में बढ़ रही इस बेरोजगारी को देखते हुए कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) ने निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के प्रति मदद का हाथ बढ़ाया है।

निगम ने कोरोना से संक्रमित होने वालों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के साथ रोजगार छिनने पर आर्थिक सहयोग की घोषणा की है और निगम के साथ पंजीकृत जम्मू-कश्मीर के निजी क्षेत्र में काम करने वाला कोई भी कर्मचारी इसके लिए आवेदन कर सकता है।

योजना अनुसार ईएसआइसी के साथ पंजीकृत अगर कोई कर्मचारी संक्रमित हो जाता है तो वह अवकाश के दौरान का वेतन ईएसआइसी से हासिल कर सकता है। ऐसे कर्मचारी को 91 दिनों के लिए उसके दैनिक वेतन का 70 फीसद भुगतान किया जाएगा। इस महामारी के बीच अगर किसी का रोजगार चला जाता है तो ऐसा पंजीकृत कर्मचारी अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना के तहत आर्थिक सहयोग के लिए ईएसआइसी की वेबसाइट पर आवेदन कर सकता है।

इस योजना के तहत उसे 90 दिनों तक दैनिक वेतन का 50 फीसद भुगतान किया जाएगा। इस महामारी के बीच अगर कोई फैक्टरी बंद हो जाती है तो ऐसी फैक्टरी का कर्मचारी राजीव गांधी श्रमिक कल्याण योजना के तहत बेरोजगारी भत्ते के लिए भी आवेदन कर सकता है। इस योजना के तहत कर्मचारी को दो साल तक बेरोजगारी भत्ता मिलेगा। इस महामारी के बीच अगर किसी पंजीकृत कर्मचारी की मौत हो जाती है तो ईएसआइसी अंतिम संस्कार के लिए 15 हजार रुपये का आर्थिक सहयोग भी मुहैया करवा रही है।

निशुल्क उपचार का भी प्रबंध: ईएसआइसी के साथ पंजीकृत कोई भी कर्मचारी अगर संक्रमित हो जाता है तो ईएसआइसी अस्पताल में उसका पूरी तरह से निशुल्क उपचार होगा। इसके लिए ईएसआइसी ने अपने सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन स्पोर्ट वाले 20 फीसद बेड कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित कर रखे है। आमतौर पर अगर कोई पंजीकृत कर्मचारी निजी अस्पताल में उपचार करवाना चाहे तो ईएसआइसी से केस रेफर करवाना पड़ता है लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए यह औपचारिकता फिलहाल हटा दी गई है।

ईएसआइसी के मौजूदा समय में देश भर में 21 अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों का उपचार हो रहा है जिनमें 3676 आइसोलेटिड बैड रखे गए हैं। इन अस्पतालों में 229 आइसीयू बैड व 163 वेंटीलेटर बैड भी है। इसके अलावा विभिन्न राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से 26 अस्पताल संचालित है जिनमें कोविड-19 मरीजों के लिए 2023 बैड रखे गए है। 

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