Jammu Kashmir: सीमा पर गोलीबारी न हो इससे खुशी है पर पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता

क्षेत्र की पंचायत बैन ग्लाड की सरपंच शिवाती शर्मा ने कहा कि यह सराहनीय फैसला है। उन्होंने कहा कि उनकी पंचायत का अधिकतर भाग पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयास से सीमा पर ऐसा माहौल बना है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 12:59 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 12:59 PM (IST)
Jammu Kashmir: सीमा पर गोलीबारी न हो इससे खुशी है पर पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता
सीमा पर गोलीबारी नहीं होती है तो इससे दोनों ही देशों में खुशहाली हो सकती है।

सांबा, जागरण संवाददाता: भारत व पाकिस्तान के बीच सीमा पर गोलीबारी न करने के डीजीएमओ स्तर की वार्ता के दौरान सीमा पर गोलाबारी न करने पर बनी सहमति से लोगों में खुशी तो है, लेकिन पाकिस्तान के आश्वासन पर यकीन नही कर रहे हैं। जम्मू के सीमावर्ती सांबा जिले के किसानों का मानना है कि पाकिस्तान की किसी भी बात पर भरोसा नही किया जा सकता।सीमावर्ती गांव के किसान इस फैसले से खुश हैं।

सीमावर्ती क्षेत्र की पंचायत बैन ग्लाड की सरपंच शिवाती शर्मा ने कहा कि यह सराहनीय फैसला है। उन्होंने कहा कि उनकी पंचायत का अधिकतर भाग पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयास से सीमा पर ऐसा माहौल बना है। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान इस फैसले का सही मायने में सम्मान करे तो यह भारत के साथ साथ पाकिस्तान में भी सीमा के पास रहने वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।

बेन ग्लाड निवासी मोहिंदर पाल ने कहा कि इससे पहले वर्ष 2003 में भी दोनो देशों के बीच संघर्ष विराम का फैसला हुआ था परन्तु पाकिस्तान द्वारा कई बार इसका उल्लंघन किया गया है। किसान दर्शन सिंह ने कहा कि जब कभी भी किसानों की फसलें तैयार होती हैं तो उन्हें फसलें काटने की चिंता शुरू हो जाती हैं।

उन्होंने कहा कि कई बार सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को अपने घरों से पलायन तक करना पड़ता है। अगर दोनों देशों के बीच सीमा पर गोली न चले तो उससे किसान काफी खुश रहते हैं। परलाद शर्मा ने कहा कि किसान वर्ग ने थोड़ी राहत तो ली है इस फैसले से परन्तु पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हर बार पीठ पर वार किया है। इस तरह के फैसले लेकर पाकिस्तान कई बार कुछ चालें भी खेलता है और उसकी इस तरह की हरकतों को भी देखना चाहिए।

पनगदौर की सरपंच रीना चौधरी ने कहा कि यह उनके लोगों के लिए सरहानीय फैसला है। मास्टर मिलखी राम ने कहा कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता। एक ओर वह हाथ मिलाता है और दूसरी ओर पीठ पर वार करता है। अगर दोनों देशों के बीच सीमा पर गोलीबारी नहीं होती है तो इससे दोनों ही देशों में खुशहाली हो सकती है।

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