Jammu Kashmir BJP: भाजपा ने 7 जिलों में बनाए हेल्थ सैल के संयोजक, लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलवाने में देंगे सहयोग
संयोजक व सह संयोजक बनाने का फैसला हेल्थ एंड मेडिकल सैल के प्रदेश संयोजक पुनीत महाजन ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविन्द्र रैना संगठन महामंत्री अशोक कौल व सभी प्रकोष्ठ के प्रभारी राकेश महाजन विचार विमर्श के बाद किया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू संभाग के सात जिलों में अपने हेल्थ एंड मेडिकल सैल की गतिविधियों को तेजी देने के लिए संयोजक व सह संयोजक बनाए हैं।
संयोजक व सह संयोजक बनाने का फैसला हेल्थ एंड मेडिकल सैल के प्रदेश संयोजक पुनीत महाजन ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविन्द्र रैना, संगठन महामंत्री अशोक कौल व सभी प्रकोष्ठ के प्रभारी राकेश महाजन विचार विमर्श के बाद किया। भाजपा के ये सैल प्रदेश में कोरोना संक्रमण से उपजे हालात में अपने अपने जिलों में लोगों के बीच जाकर उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने की दिशा मेंं कार्य करेंगे।
पार्टी ने शाम लाल भगत को अखनूर जिला का संयोजक बनाया है। राकेश कोतवाल को रामबन व परमजीत शर्मा को कठुआ जिला का संयोजक बनाया गया है। उधमपुर जिले से बीडी गुप्ता को संयोजक बनाया गया है वहीं जम्मू पश्चिम से नवीन शर्मा, डोडा जिले से सुरेंद्र शर्मा व सांबा से वीरेंद्र सिंह सलाथिया को सैल का संयोजक बनाया गया है।
इसी बीच इन 7 जिलों में संयोजक बनाने के साथ भाजपा ने वहां पर तीन-तीन सह संयोजक भी बनाए हैं। जल्द यह संयोजक व सह संयोजक जिलों में बैठक कर आगे की रणनीति बनाएंगे। भाजपा के ये हेल्थ एंड मेडिकल जिलों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर कार्य करेंगे।
स्वास्थ्य विभाग में 210 डाक्टरों का चयन
जम्मू-कश्मीर में डाक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए 210 डाक्टरों का अस्थायी तौर पर चयन किया गया है। सरकार ने कुछ महीने पूर्व 900 डाक्टरों का चयन किया था। लेकिन इनमें से बहुत से डाक्टरों ने ज्वाइन नहीं किया था। इस कारण अभी भी बहुत से पद खाली पड़े हुए हैं। लोक सोवा आयोग ने सरकार के अनुरोध पर चयन प्रक्रिया भी जल्दी की थी। अब मंलवार को फिर से 210 डाक्टरों का चयन किया गया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तिय आयुक्त अटल ढुल्लू की ओर से जारी आदेश में इन सभी डाक्टरों की नियुक्ति भी कर दी गई है। इनमें से अधिकांश को दूरदराज के क्षेत्रों में तैनात किया गया है।