Jammu Kashmir: धर्मार्थ ट्रस्ट कर्मचारियों के समर्थन में आई जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी

जम्मू-कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड में विलय करने की मांग को लेकर पिछले 138 दिनों से आंदोलन कर रहे धर्मार्थ ट्रस्ट कर्मचारियों के समर्थन में जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी भी उतर गई है। जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के विक्रम मल्होत्रा श्री रणबीरेश्वर मंदिर परिसर में पहुंचे।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 09:03 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 09:03 PM (IST)
Jammu Kashmir: धर्मार्थ ट्रस्ट कर्मचारियों के समर्थन में आई जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी
जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के महासचिव विक्रम मल्होत्रा साथी नेताओं के साथ श्री रणबीरेश्वर मंदिर परिसर में पहुंचे

जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू-कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड में विलय करने की मांग को लेकर पिछले 138 दिनों से आंदोलन कर रहे धर्मार्थ ट्रस्ट कर्मचारियों के समर्थन में जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी भी उतर गई है। शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के महासचिव विक्रम मल्होत्रा साथी नेताओं के साथ श्री रणबीरेश्वर मंदिर परिसर में पहुंचे और कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए धरने पर बैठ गए।

धर्मार्थ ट्रस्ट कर्मचारियों को संबोधित करते मल्होत्रा ने कहा कि मंदिरों के शहर जम्मू में अधिकतर मंदिर धर्मार्थ ट्रस्ट के अधीन हैं ।कर्मचारियों की बातें सुनने से साफॅ है कि धर्मार्थ ट्रस्ट प्रबंधन मंदिरों के विकास को लेकर गंभीर नहीं है। मंदिरों का तरीके से रख रखाव भी नहीं हो पा रहा है।ऐसे में अगर धर्मार्थ ट्रस्ट को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के हवाले कर दिया जाए तो कर्मचारियों का भी भला होगा।मंदिरों का भी तरीके से विकास हो सकेगा। इससे जम्मू में आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी संभव है।

वहीं कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि प्रशासन उनके आंदोलन को गंभीरता से नहीं ले रहा।धर्मार्थ ट्रस्ट की संपत्ति जम्मू के लोगों की संपत्ति है लेकिन इस पर एक ही परिवार कब्जा करके बैठा है। धर्मार्थ ट्रस्ट की जमीनों को लगातार बेचा गया है। संपत्ति बेच पर घर भरने का काम किया जा रहा है लेकिन ट्रस्ट के कर्मचारियों को सम्मानजनक वेतन तक नहीं दी जाती। कर्मचारियों ने एक स्वर में कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती आंदोलन जारी रहेगा।

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