Coronavirus Third Wave Alert: कोरोना की तीसरी लहर रोकनी है तो लोग भी समझें जिम्मेदारी

Coronavirus Third Wave Alert In Jammu Kashmir डा. जेपी सिंह ने कहा कि अब मरीजों को आक्सीजन की कमी की शिकायत नहीं आएगी। जम्मू में मेडिकल कालेज व सहायक अस्पतालों में तो आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किए ही गए हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 07 Aug 2021 08:13 AM (IST) Updated:Sat, 07 Aug 2021 08:13 AM (IST)
Coronavirus Third Wave Alert: कोरोना की तीसरी लहर रोकनी है तो लोग भी समझें जिम्मेदारी
अस्पतालों में प्रबंध तो किए जा रहे हैं, लेकिन सभी लोग भी अपनी जिम्मेदारी समझें।

जम्मू, रोहित जंडियाल: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के मामले अब बहुत कम हो गए हैं। अब तीसरी लहर की आशंका के बीच स्वास्थ्य विभाग कोई भी लापरवाही नहीं बरतना चाहता। इससे निपटने की तैयारियां तेजी से चल रही हैं।

आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण तक दिया जा रहा है। हर उस पहलू पर ध्यान है, जिसकी तीसरी लहर में जरूरत पड़ सकती है। जम्मू के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी ङ्क्षसह ने कोरोना की तीसरी लहर के लिए की जा रही तैयारियों पर दैनिक जागरण के साथ विस्तार से बातचीत की। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में प्रबंध तो किए जा रहे हैं, लेकिन सभी लोग भी अपनी जिम्मेदारी समझें।

डा. जेपी सिंह ने कहा कि अब मरीजों को आक्सीजन की कमी की शिकायत नहीं आएगी। जम्मू में मेडिकल कालेज व सहायक अस्पतालों में तो आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किए ही गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधीन आने वाले अस्पतालों में भी लगातार सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। गांधीनगर अस्पताल में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित कर दिया गया है।

उप जिला अस्पतालों में आरएसपुरा में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगा दिया गया है, जबकि उप जिला अस्पताल अखनूर और इमरजेंसी अस्पताल चौकीचोरा में भी आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं। उम्मीद है कि यहां पर जरूरत से अधिक आक्सीजन की व्यवस्था हो जाएगी। डा. जेपी ङ्क्षसह ने कहा कि लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझानी होगी। बहुत से लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं। उन लोगों को यह समझना होगा कि उनकी लापरवाही के कारण तीसरी लहर आ सकती है। स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू किया हुआ है।

आक्सीजन कंसंट्रेटर की कोई कमी नहीं: डा. जेपी सिंह ने कहा कि दूसरी लहर के दौरान ही अस्पतालों के लिए आक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे गए थे। इनकी कोई कमी नहीं है। हर पंचायत स्तर पर पांच बिस्तरों की क्षमता वाला कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। इनमें हर पंचायत पर आक्सीजन कंसंट्रेटर भी रखा गया है। सभी प्रमुख अस्पतालों में पहले से ही आक्सीजन कंसंट्रेटर रखे गए हैं। अगर कोई गंभीर रूप से बीमार नहीं है तो उसका पंचायत स्तर पर ही इलाज हो जाएगा। इसमें उन मरीजों को भी रखा जा सकता है जिनके घरों में अलग रहने की कोई व्यवस्था नहीं है।

बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए सुविधाएं: डा. जेपी सिंह ने कहा कि इस बार तीसरी लहर में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के संक्रमित होने की आशंका अधिक है। इसीलिए उनके इलाज के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। श्री महाराजा गुलाब सिंह में पहले से ही व्यवस्था की गई है। अब गांधीनगर अस्पताल में भी पीडियाट्रिक आइसीयू बनाने का प्रस्ताव है। यही नहीं, गर्भवती महिलाओं के लिए हाई डिपैंडेंसी वार्ड भी बनाया जाएगा। वेंटीलेटर भी खरीदे जा रहे हैं।

हर दिन हो रहे सात हजार टेस्ट: मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि हर दिन जम्मू में ही सात हजार से अधिक लोगों की कोराना जांच हो रही है। रेलवे स्टेशन, जम्मू एयरपोर्ट पर हर दिन आने वालों के टेस्ट हो रहे हैं। अगर कोई संक्रमित आता है तो उसे आइसोलेट किया जाता है। प्रयास है कि अधिक से अधिक लोगों की जांच हो। टेस्ट करने में जम्मू कई जगहों से आगे हैं। अगर कहीं पर अधिक लोग संक्रमित आते हैं तो उसे माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना दिया जाता है। यहां पर टीकाकरण भी तेजी के साथ कर रहे हैं। जम्मू जिले में 45 साल से अधिक आयु वर्ग में सभी लोगों ने पहली डोज ले ली है। 18 से 44 साल के आयु वर्ग में भी पचास फीसद से अधिक ने पहली डोज ले ली है। 

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