लॉकडाउन में कम सब्जियां बिकने से परेशान किसान, सब्जी की दुकानें खुलने का समय बढ़ाने की मांग
मंडाल क्षेत्र के किसान कुलदीप शर्मा के फार्म पर इन दिनों दो क्विंटल खीरा प्रतिदिन निकल रहा है। लेकिन मंडी में आधा ही बिक पा रहा है। दरअसल बाजार में फल सब्जी की दुकानें खोलने की छूट सुबह छह बजे से दस बजे तक की ही है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: कोरोना कर्फ्यू में सुबह महज चार घंटे फल-सब्जी की दुकानें खोलने की छूट से आम लोगों को राहत जरूर मिल रही है लेकिन किसानों का माल नही बिक पा रहा। खेतों में सब्जियां ओवर साइज हो आई हैं। किसानों का कहना है कि मंडी में व्यापारी लोग किसानों ने पूरी सब्जी खरीदते ही नही हैं। क्योंकि मंडी से भी माल पूरा नही उठ पा रहा। ऐसे में संकट किसानों पर है।
मंडाल क्षेत्र के किसान कुलदीप शर्मा के फार्म पर इन दिनों दो क्विंटल खीरा प्रतिदिन निकल रहा है। लेकिन मंडी में आधा ही बिक पा रहा है। दरअसल बाजार में फल सब्जी की दुकानें खोलने की छूट सुबह छह बजे से दस बजे तक की ही है। दुकानदार मंडी जाकर जब तक सब्जी फल लेकर दुकान पर लौटता है तो तब तक 8 ऐसे ही बच चुके होते हैं।
अब उसे अधिकांश सब्जियां अगले दो घंटे के भीतर ही बेचनी हैं। इसलिए दुकानदार उतना ही माल मंडी से उठा रहा है जितना की अगले दो घंटे में बिक जाए। इसका खमियाजा किसान भुगत रहा है, जिसकी सब्जी खेतों से नही उठ पा रही। मढ़ के किसान शक्ति कुमार का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि सब्जी की दुकानें खोलने की छूट का समय बदल कर सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक करे या दो घंटे शाम को सब्जी की दुकानें खोलने की इजाजत दे।
जब दुकानें ही लंबे समय तक नही खुलेंगी तो किसानों की सब्जी कैसे बिक पाएगी। सब्जी शीघ्र नाशवान होती है, इसे लंबे समय तक भंडारण करके रखा नही जा सकता।