Jammu Farmers: कोई भी आम किसान अगर ठान ले तो खेती में चमत्कार कर सकता है
चट्ठा में चली कांफ्रैंस में अमृतसर के उत्पादक किसान मेजर मनमोहन सिंह अमरनाथ तिवारी सिंह भारत भूषण आचार में अपना नाम बनाने वाली कृष्ण यादव ने भी किसानों को खेती व उत्पाद के मूल्य संवर्धन की जानकारी किसानों को दी।
जम्मू, जागरण संवाददाता: शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर, साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी(स्कास्ट) के चट्ठा कैंपस में चल रही दो दिवसीय इनोवेटिव फार्मर्स कांफ्रैंस बुधवार को सम्पन्न हो गई। अंतिम दिन खेती के धुरंधरों ने किसानों को बताया कि किस कदर उन्होंने अपनी बुलंदियों को हासिल किया। इस कांफ्रेंस में देश के अलग अलग हिस्सों से 13 खेती के धुरंधर किसानों ने शिरकत की और जम्मू के किसानों को खेती की राह दिखाई। वहीं विचारों का आदान प्रदान किया।
कांफ्रैंस में किसान सुल्तान सिंह ने मत्स्य पालन की अपनी गाथा किसानों के सामने रखी और कहा कि कोई भी आम किसान अगर ठान ले तो खेती में चमत्कार कर सकता है। उन्होंने मत्स्य की खेती में अपने बढ़ते कदमों से जम्मू कश्मीर के किसानों को अवगत कराया। कहा कि एक छोटे से तालाब से मछली पालन का काम शुरू किया था और आज वह अपने काम से कई लोगों को रोजगार दिला रहे हैं। यह काम दूसरे किसान भी कर सकते हैं।
जम्मू के मजुआ उत्तमी के किसान राजेंद्र प्रसाद ने किसानों को अपनी उन्नत खेती के बारे में बताया कि किस कदर उन्होंने आलू की खेती आरंभ की और कहां तक इस खेती को ले गए। उन्होंने बताया कि साल में आलू समेत चार चार फसलें वह खेत से लेते हैं। इसलिए अगर किसानों को अपनी आमदनी बढ़ानी है तो उनको अपने खेत से अधिक से अधिक फसलें लेने के लिए योजना बनानी होगी।
चट्ठा में चली कांफ्रैंस में अमृतसर के उत्पादक किसान मेजर मनमोहन सिंह, अमरनाथ तिवारी, सिंह, भारत भूषण, आचार में अपना नाम बनाने वाली कृष्ण यादव ने भी किसानों को खेती व उत्पाद के मूल्य संवर्धन की जानकारी किसानों को दी। अंतिम दिन शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर, साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के उप कुलपति प्रो. जेपी शर्मा ने उन्नत किसानों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। वहीं कहा कि जो भी विचारों का आदान प्रदान हुआ है, किसान उसे खेती तक ले जाए। दो दिवसीय इस कांफ्रैंस का शुभारंभ मंगलवार को उप राज्यपाल मनोज सिंहा ने किया था।