Jammu: आवश्यक दवाइयों की अधिक कीमत वसूलने पर होगी कार्रवाई, हेल्पलाइन नंबर जारी किए
पल्स ऑक्सीमीटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की एमआरपी की निगरानी रखी जा रही है कोई भी उत्पादक एमआरपी से 10 फीसद कीमत 12 महीनों के दौरान को नहीं बढ़ा सकता। डग्र कंट्रोलर ने सर्कुलर भी जारी किया है जिसमें आवश्यक वस्तु कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू के डिविजनल कमिश्नर डा. राघव लंगर ने जम्मू संभाग में आवश्यक दवाइयों पल्स ऑक्सीमीटर, मास्क व अन्य दवाइयों के स्टाक स्थिति का जायजा लेते हुए निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित बनाया जाए कि आवश्यक दवाइयों पर अधिक कीमत न वसूली जाए। इस पर निगरानी रखी जाए।
डिविजनल कमिश्नर में ड्रग कंट्रोलर एंड होलसेल डीलर्स आफ फार्मास्यूटिकल्स के साथ बैठक की। इसमें दवाइयों, सैनिटाइजर, कोरोना संबंधित दवाइयों, ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के स्टाक का जायजा लिया। बैठक में उन्हें बताया गया कि आवश्यक दवाइयों का पर्याप्त स्टाक उपलब्ध है। कोरोना से संबंधित दवाइयों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आवश्यक दवाइयों को सुनिश्चित बनाने के लिए कहा। यह भी बताया कि रेमडेसिविर के 11500 वाल्यस जम्मू संभाग में उपलब्ध है।
उन्हें यह बताया गया कि पल्स ऑक्सीमीटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की एमआरपी की निगरानी रखी जा रही है कोई भी उत्पादक एमआरपी से 10 फीसद कीमत 12 महीनों के दौरान को नहीं बढ़ा सकता। डग्र कंट्रोलर ने सर्कुलर भी जारी किया है जिसमें आवश्यक वस्तु कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। डिवीजनल कमिश्नर के निर्देश पर ड्रग कंट्रोल विभाग में हेल्पलाइन नंबर 01912 538 527 और 9796 011 065 जारी किए है।
वरिष्ठ डाक्टरों की निगरानी में हो कोविड मरीजों की देखभाल: उपराज्यपाल के राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू के दौरे के एक दिन बाद स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तिय आयुक्त अटल ढुल्लू ने कोविड के मरीजों की देखभाल वरिष्ठ डाक्टरों की निगरानी में करने के निर्देश दिए हैं। जीएमसी की प्रिंसिपल को उन्होंने लिखा है कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू में कोविड के मरीजों की मौत का आंकड़ा तेजी के साथ बढ़ा है। इस अांकड़े को कम करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि वे सभी विभागों के वरिष्ठ डाक्टरों से कोविड वार्डों में अधिक राउंड लगाएं। इन मरीजों को वरिष्ठ डाक्टरों की सलाह की जरूरत है। उनके लगातार राउंड करने से मरीजों की मौत के आंकड़े को भी कम किया जा सकता है। एक दिन पहले ही उपराज्यपाल मनोज सिप्हा यह निर्देश देकर गए थे कि कोविड वाडों में वरिष्ठ डाक्टरों के दौरों को बढ़ाया जाए। कई मरीजों व उनके तीमारदारों ने आरोप लगाया है कि कुछ वाडों में वरिष्ठ डाक्टर नहीं आते हैं। उनके मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।